Wednesday, 26 April 2017 12:20PM
VIVEK KUMAR
नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम चुनाव की मतगणना के रुझान परिणाम में तब्दील हुए तो इस चुनाव परिणाम का असर राष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ने वाला है।
भाजपा दिल्ली में इस जीत से न सिर्फ अपनी आगे की रणनीति को नई धार देगी, बल्कि 2019 से पहले भाजपा विरोधी मुहिम की कवायद को भी काफी पीछे धकेल देगी। वहीं भाजपा के पक्ष में रुझानों को मोदी लहर माना जा रहा है।
भाजपा की जीत से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीधे सदमा लगेगा। यह सदमा पंजाब और गोवा की हार के बाद बड़ा होगा, क्योंकि इसे केजरीवाल के प्रति जनता के मोह भंग के तौर पर भी देखा जाएगा। वहीं, रुझान-परिणाम एक रहे तो भाजपा का ग्राफ देश भर में एक बार फिर से काफी तेजी से बढ़ेगा।
भाजपा के पक्ष में माहौल और मजबूत होगा। गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और ताकतवर होकर उभरेगी। भाजपा के भीतर की सियासत के लिहाज से भी इस जीत का बड़ा महत्व होगा।
सांसद मनोज तिवारी को अध्यक्ष बनाए जाने के बाद पहली बार दिल्ली में एमसीडी का चुनाव हो रहा है।
ऐसे में भाजपा की जीत का सेहरा मनोज तिवारी के सिर भी बंधेगा और इस जीत के बाद मनोज तिवारी का कद पार्टी के भीतर और भी बड़ा हो जाएगा।