Friday, 09 June 2017 04:07AM
AP DESK
उदयपुर। मंदसौर जाने के लिए उदयपुर आए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी प्रशासन की अव्यवस्था के कारण कार्यकर्ताओं की भीड़ में घिर गए और काफी परेशान हुए। स्थानीय पुलिस और प्रशासन की ओर से पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने के कारण एक साथ सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता राहुल गांधी की ओर भागने लगे। जिससे राहुल गांधी घबरा गए। यह देखकर पुलिसकर्मियों ने हुड़दंग कर रहे कार्यकर्ताओं पर हल्का बल प्रयोग किया और वहां से खदेड़ा। बाद में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को वीआईपी कार की बजाए सामान्य कार में बिठाकर मंदसौर की ओर रवाना किया गया। इस दौरान एयरपोर्ट पर सैंकड़ों की संख्या में कार्र्यकर्ता उमड़ पड़े।
मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में मरे किसानों के परिजनों और आंदोलनकारियों से मिलने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरूवार को उदयपुर एयरपोर्ट पर उतरे। राहुल गांधी के उदयपुर आने की जानकारी पर सुबह से ही एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। पूरे संभाग भर से कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की इतनी भीड़ उमड़ पड़ी कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को भी यह समझ में नहीं आया कि इस भीड़ को कैसे कंट्रोल करें। एयरपोर्ट के बाहर ढ़ोल नगाड़ों पर कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी राहुल गांधी का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही राहुल गांधी का प्लेन उतरा तो बाहर कार्यकर्ता बेसब्र हो गए और एयरपोर्ट से बाहर निकलने वाले गेट के बाहर एकत्रित हो गए। एक साथ सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को एयरपोर्ट से बाहर निकलने वाले गेट पर एकत्रित हुआ देखकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के होंश उड़ गए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से इस भीड़ को कंट्रोल करने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की थी। इसी कारण अब पुलिस को इस भीड़ को काबू करने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को काबू में करने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के कहने पर पहले जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभा ओझा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजयसिंह, कमलनाथ के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलेट और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी को बाहर भेजा। जिन्होंने कुछ कार्यकर्ताओं से बात की, परन्तु कार्यकर्ताओं को तो केवल राहुल गांधी से मिलना था वे इन नेताओं की बात तक नहीं सुन रहे थे। एयरपोर्ट के बाहर पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास, राष्ट्रीय महासचिव मोहनप्रकाश, राष्ट्रीय सचिव और विधायक जीतू पटवारी, विधायक धीरज गुर्जर सहित कई लोग मौजूद थे। एयरपोर्ट पर माहौल बिगड़ता हुआ देखकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने एसपीजी कमाण्डों के घेरे में लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को एयरपोर्ट में प्रवेश करने वाले द्वार से बाहर निकाला। जैसे ही कार्यकर्ताओं को यह पता चला कि राहुल गांधी को प्रवेश वाले द्वार से बाहर निकाला जा रहा है तो कार्यकर्ताओं की भीड़ प्रवेश वाले द्वार की ओर दौड़ पड़ी। यह देखकर एक बार फिर से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के होंश उड़ गए। पुलिस अधिकारियों ने एयरपोर्ट में घुसने वाले द्वार पर घेरा बनाया और जैसे-तैसे कर राहुल गांधी को बाहर निकाला।
कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की भीड़ ने उक्त घेरा भी तोड़ दिया और राहुल गांधी के पास में पहुंच गए और वहां पर उनके साथ फोटो खींचवाना शुरू कर दिया। इस दौरान एसपीजी के कमाण्डों ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को धक्के दे-देकर दूर किया। इसके बाद भी कार्यकर्ता मान नहीं रहे थे और नारेबाजी के साथ राहुल गांधी के पास जा रहे थे। एक साथ सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की भीड़ को देखकर राहुल गांधी भी घबरा गए। एयरपोर्ट के बाहर करीब आधे घटे से भी अधिक का समय आपाधापी का बना रहा। माहौल बनता हुआ देखकर पुलिस अधिकारियों और पुलिसकॢर्मयों ने हल्का बल प्रयोग कर और हवा में लाठियां लहराकर कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। जैसे ही पुलिस ने लाठियां लहरानी शुरू की तो वहां पर मौजूद कार्यकर्ता इधर-उधर भागने लगे। इसके बाद राहुल गांधी को एक सामान्य कार में बैठाया और उन्हें रवाना किया। राहुल गांधी के लिए लाई गई स्पेशल गाड़ी तक तो राहुल गांधी को जाने ही नहीं दिया गया। इस दौरान प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की ओर कोई ध्यान ही नहीं दे रहा था। जैसे-तैसे कर एयरपोर्ट से राहुल गांधी को रवाना किया। राहुल गांधी के रवाना होने के बाद पीछे-पीछे कार्यकर्ताओं का हुजूम भी रवाना हुआ। इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने राहत की सांस ली।
इस मौके पर शहर अध्यक्ष गोपाल शर्मा, पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, उदयपुर प्रभारी महेन्द्रजीतसिंह मालवीया, सहप्रभारी सुमित्रा जैन, शंकर यादव, उदयलाल आंजना, विधायक हीरालाल दरांगी, प्रदेश सचिव पंकज कुमार शर्मा, दिनेश खोडनिया, राजसमन्द अध्यक्ष देवकीनन्दन गुर्जर, दिनेश श्रीमाली सहित सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे। शाम को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पुन: उदयपुर आने पर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी एयरपोर्ट पर गए। हालांकि राहुल गांधी बाहर रूके नहीं और सीधा एयरपोर्ट में चले गए और विशेष विमान से दिल्ली रवाना हो गए। उनके साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह, मोहन प्रकाश, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ, जनता दल के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अरूण यादव, एआईसीसी सचिव जीतू पटवारी भी गए।
इधर जैसे ही राहुल गांधी को सामान्य कार में रवाना किया तो उनके पीछे दर्जनों की संख्या में कारों में कांग्रेस के पदाधिकारी और अन्य नेता रवाना हो गए। इसके साथ ही राहुल के पीछे कई युवा पदाधिकारी और कार्यकर्ता बाईकों पर भी रवाना हो गए। उदयपुर से करीब एक हजार से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी राहुल गांधी के पीछे-पीछे रवाना हुए।
रास्ते में पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद रोका
इधर पुलिस ने रास्ते में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पीछे जा रहे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को बड़ी मशक्कत के बाद रोका था। पुलिस ने कारों को जाने दिया, परन्तु बाईकों पर जा रहे कार्यकर्ताओं को रोक आगे जाने ही नहीं दिया गया।
पूरी तरह से फेल व्यवस्था
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उदयपुर आने के बाद भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से कोई पर्याप्त व्यवस्था नहीं की थी। पुलिस ने जाब्ता तो लगा रखा था, परन्तु पर्याप्त बेरिकेट्स की व्यवस्था नहीं की थी। इसी कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। राहुुल गांधी स्वयं घबरा गए और कार्यकर्ताओं से घिर गए थे।
किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं कार्यकर्ता
राहुल गांधी से मिलने और उनके साथ फोटो खींचवाने की होड़ में कार्यकर्ता किसी की भी सुनने को तैयार नहीं थे। राहुल के साथ आए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पंवार, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजयसिंह, कमलनाथ के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलेट और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी बार-बार कार्यकर्ताओं से अपील कर रहे थे, परन्तु कार्यकर्ता किसी की सुनने को तैयार नहीं थे।
एसपीजी घेरे को तोड़ा, मची होड़
जब राहुल गांधी को एयरपोर्ट के प्रवेश द्वार से बाहर निकाला तो सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने एसपीजी के घेरे को तोड़ दिया और राहुल के पास चले गए। कोई राहुल गांधी के गले मिल रहा था तो कोई राहुल गांधी के पांव छू रहा था। बड़ी मशक्कत के बाद एसपीजी के कमाण्डों ने कार्यकर्ताओं को दूर खदेड़ा और पुन: राहुल को सुरक्षा घेरे में लिया।
मिलने का भी नहीं सोचा था और फोटो खींचवा लिया
एयरपोर्ट पर आए सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वे राहुल गांधी से मिल सकते है, परन्तु एयरपोर्ट पर हुई अव्यवस्था के कारण इन कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के साथ फोटो खींचवा लिया। इधर पदाधिकारी और कांग्रेस के बड़े नेता दूर से ही राहुल गांधी को देख रहे थे, जबकि कार्यकर्ता धक्का-मुक्की कर राहुल तक पहुंच गए और अपने मन की पूरी कर ली।
सेल्फी स्टिक भी साथ में ले गए
इधर कई कार्यकर्ताओं के पास में सेल्फी स्टिक भी थी और बड़ी ही आसानी से राहुल के साथ अपने फोटो खींच रहे थे। पुलिस अधिकारी और जाब्ता भी हैरान रह गया, परन्तु कुछ कर नहीं पा रहा था। व्यवस्था को काबू में करने के लिए राहुल गांधी को सामान्य कार से रवाना करना पड़ा।
भारी पुलिस जाब्ता रहा तैनात
एयरपोर्ट पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय बृजेश सोनी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला बींजाराम मीणा, डिप्टी वल्लभनगर घनश्याम शर्मा, डिप्टी गिर्वा ओम कुमार, डिप्टी यातायात भंवरसिंह के साथ-साथ 6 थानों के थानाधिकारी, पुलिस लाईन और एमबीसी का जाब्ता तैनात रहा था।