Friday, 11 August 2017 11:15 AM
VIVEK KUMAR
योगी सरकार जागरूक नागरिकों को पैसा कमाने का एक और मौका देने जा रही है। कोई भी नागरिक बड़े-बड़े बिजली चोरों के नाम-पता बताकर इनाम में ठीक-ठाक रकम हासिल कर सकता है। नाम-पता बताने वाली पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
दरअसल, प्रदेशवासियों को बिजली मुहैया कराने वाला पावर कारपोरेशन जबरदस्त बिजली चोरी के चलते 28 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के घाटे में पहुंच चुका है। बिजली चोरी के कारण तकरीबन 38 फीसद तकनीकी व वाणिज्यिक हानियां (एटीएंडसी) हैं।
स्थिति यह है कि प्रदेशवासियों को बिजली देने में कारपोरेशन का जहां 7.22 रुपये प्रति यूनिट खर्च हो रहा है वहीं प्रति यूनिट 5.14 रुपये ही मिल रहे हैं। प्रति यूनिट 2.08 रुपये कम मिलने से कारपोरेशन का प्रतिमाह 800 करोड़ रुपये घट रहा है।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का स्पष्ट तौर पर कहना है कि बिजली चोरी पर कड़ाई से अंकुश लगाए बिना बिजली आपूर्ति व्यवस्था को बेहतर नहीं बनाया जा सकता। ऐसे में लगातार अभियान चलाने के साथ ही अब बड़े बिजली चोरों को पकडऩे के लिए इनामी योजना शुरू की जाएगी।
योजना के तहत कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान बताए बिना टोल फ्री नंबर-1912 पर बिजली चोरी करने वालों का नाम-पता बता सकेगा। जांच में बिजली चोरी पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ जहां पेनाल्टी व सजा की कार्रवाई की जाएगी वहीं सूचना
देने वाले को इनाम दिया जाएगा। इनाम, वसूली गई धनराशि का 10 फीसद या फिर निश्चित धनराशि होगी।
शर्मा ने बताया कि सभी जिलों में बिजली के थाने खोलने की प्रक्रिया चल रही है। गृह व वित्त विभाग से हरी झंडी मिल चुकी है। मौजूदा पुलिस बल में से ही ईमानदार पुलिस वालों को प्रतिनियुक्ति पर बिजली थानों में तैनात किया जाएगा। थाने खुलने के बाद बिजली चोरों के खिलाफ बड़े पैमाने पर तेजी से कार्रवाई की जा सकेगी।