Wednesday, 24 June 2020 08:40 AM
N???? ???? ?????
नई दिल्ली. वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत (Venugopal Dhoot) के खिलाफ सीबीआई (CBI) ने भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज किया है. आरोप है कि धूत ने मोजांबिक (Mozambique) में अपनी तेल व गैस कंपनियों की फाइनेंसिंग में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम के अधिकारियों के साथ साठगांठ कर गड़बड़ी की है. सीबीआई ने धूत के खिलाफ ये मामला तेल मंत्रालय की शिकायत पर दर्ज किया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि 2008 में वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड (VIL) के मालिकाना हक वाली कंपनी वीडियोकॉन हाइड्रोकार्बन्स होल्डिंग लिमिटेड (VHHL) ने मोजांबिक के ऑयल एंड गैस गैस ब्लॉक (रोवुमा एरिया 1 ब्लॉक) में 10 फीसदी पार्टिसिपेटिंग इंट्रेस्ट (PE) खरीदे.
वीएचएचएल ने पीई खरीद का सौदा अमेरिका की अनाडार्को से किया. अधिकारियों के मुताबिक, 2014 में मोजांबिक की इन संपत्तियों को ओनजीसी (ONGC) विदेश लिमिटेड और ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) ने 251 करोड़ अमेरिकी डॉलर में खरीद लिया. अप्रैल 2012 में एसबीआई के नेतृत्व में आईसीआईसीआई (ICICI) और आईडीबीआई बैंक (IDBI) के कंसोर्टियम ने वीएचएचएल को मोजांबिक, ब्राजील व इंडोनेशिया में काम बढ़ाने के लिए 2773.60 मिलियन अमेरिकी डॉलर का स्टैंडर्ड लेटर ऑफ क्रेडिट (SBLC) दिया. इसी में से 110.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर का एसबीएलसी फैसिलिटी को रीफाइनेंस किया गया.
रीफाइनेंस के तहत दी गई रकम में से 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर स्टैंडर्स चार्टर्ड बैंक (SCB) लंदन को चुकाए गए. एफआईआर में कहा गया है कि वीडियोकॉन ग्रुप की ऑयल एंड गैस कंपनी पर पहला आरोप एससीबी की सिक्योरिटी से ही जुड़ा है. वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने 10 महीने बाद कंसोर्टियम को बताया कि एससीबी लोन 53 करोड़ अमेरिकी डॉलर बढ़ गया है. इसलिए पैसे चुकाकर ऑयल एंड गैस संपत्ति का अधिग्रहण कर लिया जाए. सीबीआई का आरोप है कि कंसोर्टियम ने बिना किसी जांच पड़ताल के ही बढ़ी हुई राशि को अनुमोदित कर दिया.
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि जुटाए गए तथ्यों और प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि एसबीआई के नेतृत्व में कर्जदाता बैंकों के कुछ अधिकारियों ने वेणुगोपाल धूत के साथ षड्यंत्र रचकर एससीबी से वीएचएचएल को लाभ उठाना जारी रखने दिया. इस तरह वीडियोकॉन ग्रुप को गलत तरीके से फायदा पहुंचाया गया. साथ ही भारतीय सार्वजनिक बैंकों को गलत तरीके से नुकसान भी पहुंचाया गया. इसलिए वेणुगोपाल पर भ्रष्टाचार का मामला बनता है.