Saturday, 12 September 2020 00:00
AWAZ PLUS DESK
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार पीएम आवास योजना (ग्रामीण) के तहत मध्य प्रदेश में बने 1.75 लाख घरों का उद्घाटन किया और लोगों को उनके नए घर में गृह प्रवेश के लिए शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लाभार्थियों से बातचीत की और उन्हें नए घर के बारे में जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर भी लोगों को सजग रहने का संदेश दिया। उन्होंने मंत्र देते हुए कहा कि जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं।
पीएम ने कहा कि 2014 में पुराने अनुभवों का अध्ययन करके, पहले पुरानी योजना में सुधार किया गया और फिर प्रधानमंत्री आवास योजना के रूप में बिल्कुल नई सोच के साथ योजना लागू की गई। इसमें लाभार्थी के चयन से लेकर गृह प्रवेश तक पारदर्शिता को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने आगे कहा किपहले गरीब सरकार के पीछे दौड़ता था, अब सरकार लोगों के पास जा रही है। अब किसी की इच्छा के अनुसार लिस्ट में नाम जोड़ा या घटाया नहीं जा सकता। चयन से लेकर निर्माण तक वैज्ञानिक और पारदर्शी तरीका अपनाया जा रहा है।
लाभार्थियों से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अभी ऐसे साथियों से मेरी चर्चा हुई, जिनको आज अपना पक्का घर मिला है, अपने सपनों का घर मिला है। अब मध्य प्रदेश के पौने 2 लाख ऐसे परिवार, जो आज अपने घर में प्रवेश कर रहे हैं, जिनका गृह-प्रवेश हो रहा है, उनको भी मैं बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं।
पीएम मोदी बड़े ही मजाकिया और दोस्ताना तरीके से लाभार्थियों से बातचीत कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के एक गांव के रहने वाले नरेंद्र ने पीएम मोदी से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार की मदद से मुझे पक्का मकान मिल गया है। उन्होंने बताया कि कच्चे मकान के कारण सांप के काटने से बच्ची की मौत हो गई। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमारी इस योजना का लक्ष्य हमारी बहनों का सशक्तिकरण करना भी है।
हितधारकों से बातचीत के दौरान एक लाभार्थी गुलाब सिंह ने बताया कि उन्हें पीएम आवास योजना के तहत एक लाख 20 हजार रुपये की मदद मिली थी और साथ ही 16 हजार रुपये दिहाड़ी के मिले और बाकी भाईयों ने मदद की सरकार की इस पहल से हमें पक्का मकान मिल गया है।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि 2022 तक गरीबों को मकान उपलब्ध कराने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा था कि यह 2022 तक देश में हर परिवार को घर देने के लक्ष्य को प्राप्त करने का एक और महत्वपूर्ण कदम है। पीएम आवास योजना-ग्रामीण के तहत बनाए गए ये घर इस बात का प्रमाण हैं कि कोरोना महामारी भी विकास कार्यों को रोक नहीं पाई।
जानकारी के लिए बता दें कि PMAY शहरी और ग्रामीण गरीबों को किफायती आवास प्रदान करने के लिए 2015 में शुरू की गई भारत सरकार की एक आवास पहल है। PMAY का लक्ष्य मार्च 2022 तक दो करोड़ किफायती घर बनाना है।
बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन गरीब परिवारों को घर दिए जाएंगे जिनके पास या तो कोई घर नहीं है या फिर जो कच्चे घरों और झोपड़ियों में रहते हैं। इस योजना में हर लाभार्थी को 1 लाख 20 हजार रुपये की मदद की जाती है। जिसे केंद्र और राज्य 60:40 के अनुपात में खर्च करते हैं। इसी के साथ योजना में अतिरिक्त राशि लाभार्थी अपने हिसाब से लगा कर योजना का लाभ ले सकता है।