नयी दिल्ली। भारत में कोविड-19 के दैनिक नये मामलों की संख्या लगातार चौथे दिन 60,000 से नीचे रही। पिछले 24 घंटों में 55,839 नये मामले सामने आने से देश में संक्रमण के कुल मामले 77 लाख से अधिक हो गए, जबकि ठीक होने वाले लोगों की संख्या 68 लाख के पार हो गई। इनमें से 78% मामले 10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 के 55,839 नए मामले सामने आने के साथ देश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 77,06,946 तक पहुंच गयी, जबकि 702 और मौतें होने से देश में इस महामारी में मरने वालों की संख्या 1,16,616 तक पहुंच गई। देश में कुल 68,74,518 लोग अब तक इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं, जिससे मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 89.20 प्रतिशत हो गई है, जबकि इस मामले में मृत्यु दर 1.51 प्रतिशत है।
कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार छठे दिन आठ लाख से नीचे रही। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 7,15,812 है, जो कुल मामलों का 9.29 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या 7 अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख और 11 अक्टूबर को 70 लाख का आंकड़ा पार कर गई थी। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देशभर में 21 अक्टूबर तक कुल 9,86,70,363 नमूनों की जांच की गई है। बुधवार को 14,69,984 जांच हुई हैं। संक्रमण से हुई 702 नई मौतों में से 180 महाराष्ट्र में हुई हैं, जबकि कर्नाटक में 88, पश्चिम बंगाल में 64, दिल्ली में 47, छत्तीसगढ़ में 44, उत्तर प्रदेश में 41 और तमिलनाडु में 39 मौतें हुई हैं। देश में अब तक हुई कुल 1,16,616 मौतों में से 42,633 महाराष्ट्र में हुई हैं, इसके बाद तमिलनाडु में 10,780, कर्नाटक में 10,696, उत्तर प्रदेश में 6,755, आंध्र प्रदेश में 6,508, पश्चिम बंगाल में 6,244, दिल्ली में 6,128, पंजाब में 4,060 और गुजरात में 3,660 मौतें हुई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मौतें मरीजों में अन्य बीमारियां होने के कारण हुईं।
सरकार ने आठ महीने के बाद चुनिंदा श्रेणियों को छोड़ सभी प्रकार के वीजा को बहाल करने का बृहस्पतिवार को निर्णय लिया। कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये देश भर में लागू किये गये लॉकडाउन के चलते सरकार ने सभी प्रकार के वीजा को निलंबित कर दिया था। गृह मंत्रालय ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वीजा, पर्यटक वीजा और चिकित्सा वीजा को छोड़ शेष सभी प्रकार के वीजा को तत्काल प्रभाव से बहाल किया जा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि वर्जित श्रेणियों को छोड़ भारत के विदेशी नागरिक (ओसीआई) और भारतीय मूल के व्यक्ति (पीआईओ) कार्ड रखने वाले सभी व्यक्तियों समेत सभी विदेशी नागरिक अब किसी भी उद्देश्य से भारत की यात्रा कर सकते हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सरकार ने फरवरी 2020 से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की आवाजाही को रोकने के लिये कई कदम उठाये थे। सरकार ने अब भारत में प्रवेश करने या यहां से बाहर जाने के इच्छुक विदेशी नागरिकों और भारतीय नागरिकों की अधिक श्रेणियों के लिये वीजा व यात्रा प्रतिबंधों में क्रमिक छूट देने का निर्णय लिया है। इस क्रमिक छूट के तहत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक वीजा, पर्यटक वीजा और चिकित्सा वीजा को छोड़कर सभी मौजूदा वीजा को तत्काल प्रभाव से बहाल करने का फैसला किया है। यदि ऐसे वीजा की वैधता समाप्त हो गयी है, तो उपयुक्त श्रेणियों के ताजा वीजा भारतीय मिशन से प्राप्त किये जा सकते हैं।
ओडिशा में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 1,913 नए मामले सामने आए, जिससे तटीय राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,76,094 तक पहुंच गई, जबकि इसके कारण 15 और लोगों की मौत होने से राज्य में मरने वालों की संख्या 1,196 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नए मामलों में से 1,109 विभिन्न पृथक-वास केंद्रों से सामने आए और संपर्कों का पता लगाने के दौरान 804 मामलों का पता चला। खुर्दा जिले में सबसे अधिक 254 नये मामले सामने आए, उसके बाद कटक में 150 और अंगुल में 106 मामले सामने आए हैं। मयूरभंज और अंगुल जिलों में तीन-तीन, ढेंकनाल, खुर्दा और सुबर्णनपुर में दो-दो जबकि कटक, पुरी और सुंदरगढ़ में एक-एक मौत हुई है।