Friday, 20 November 2020 00:00
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जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बृहस्पतिवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के चार संदिग्ध आतंकवादियों को मार गिराया. इस बड़ी खबर के बाद आज एक और खबर ने तहलका मचा दिया. खबर आयी कि भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना के सिजफायर उल्लंघन का जवाब देते हुए नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में बड़ी कार्रवाई करते हुए कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. लगभग सभी जगह खबरें प्रमुखता से चली, लेकिन खबर वायरल होने के बाद सेना ने बयान जारी कर ऐसी कोई भी सर्जिकल स्ट्राइक से साफ इनकार कर दिया.
खबर वायरल होने के बाद भारतीय सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने बताया, नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भारतीय सेना की कार्रवाई की रिपोर्टें फर्जी है.
वायरल खबर में क्या बताया गया
दरअसल सूत्रों के हवाले से पीटीआई ने खबर चलायी कि कड़ाके की सर्दी पड़ने से पहले भारत में अधिकतम आतंकियों की घुसपैठ कराने की पाकिस्तानी सेना की कोशिशों के जवाब में भारतीय सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में संदिग्ध आतंकी ठिकानों पर “सटीक लक्षित हमले” कर रही है.
खबर में बताया गया था कि पाकिस्तान में ‘डीप स्टेट' (पर्दे के पीछ छद्म रूप से काम करने वाली सरकारी शक्तियां) ने आतंकवाद रोधी निगरानीकर्ता एफएटीएफ की निगरानी से बचने और उसके साथ ही जम्मू कश्मीर में अशांति को हवा देने के लिए आतंकवादियों की मदद के उद्देश्य से संतुलन साधने की कोशिश की है.
खबर में बताया गया कि बीते कुछ हफ्तों में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने में मदद के उद्देश्य से पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा पर भारत की तरफ के असैन्य क्षेत्रों को लगातार मोर्टार और अन्य भारी हथियारों से निशाना बना रही है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में जहां पूरे साल में 18 नागरिक पाकिस्तान की गोलाबारी में मारे गए थे, वहीं इस साल अब तक 21 निर्दोष असैनिक नागरिकों की जान पाकिस्तान की गोलाबारी में जा चुकी है.
नागरिकों को खास तौर पर निशाना बनाने की पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई का जवाब भारतीय सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में संदिग्ध आतंकी लॉन्च पैड पर लक्षित हमले करके दे रही है.