Saturday, 03 December 2016 2:30 PM
POOJA SINGH
नई दिल्ली: बेटी के सुनहरे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना एक बेहतर निवेश विकल्प है। इस योजना के अंतर्गत किया गया निवेश जहां एक ओर जोखिम रहित होता है वहीं दूसरी तरफ यह बेहतर रिटर्न भी देता है। दैनिक जागरण की बिजनेस टीम आज आपको अपनी खबर के माध्यम से सुकन्या योजना से जुड़ी 10 ऐसी बातें बताने जा रही है जिसके जरिए इस योजना में निवेश के लिए आप अपना इरादा पक्का कर पाएंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष 22 जनवरी को सुकन्या समृद्धि योजना का शुभारंभ पानीपत में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के साथ किया था।
क्या इसमें निवेश करना चाहिए?
वित्तीय सलाहकार बलवंत जैन का मानना है कि यदि कोई निवेशक लंबी अवधि के लिए जोखिम रहित निवेश करना चाहता है तो निश्चित तौर पर सुकन्या समृद्धि योजना उसके लिए एक बेहतर निवेश विकल्प है। बलवंत के मुताबिक 15 वर्ष की अवधि एक लंबा समय होता है ऐसे में अगर कोई निवेश म्युचुअल फंड में भी निवेश कर अच्छा रिटर्न पा सकता है। लेकिन म्युचुअल फंड के अप्रत्यक्ष तौर पर शेयर बाजार से जुड़े होने के कारण इसमें जोखिम निहित होता है। ऐसे में जो निवेशक सरकारी स्कीम में जोखिम रहित निवेश करना चाहते हैं उनके लिए सुकन्या समृद्धि योजना एक बेहतर विकल्प है।
सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़ी बातें-
1. नए नियम के तहत सुकन्या एकाउंट गोद ली हुई बिटिया के नाम पर भी खुलावाया जा सकता है।
2. सुकन्या समृद्धि खाता योजना का फायदा केवल भारतीय नागरिकता वाली लड़की ही उठा सकती है। यदि खाताधारक खाता खोलने के बाद एनआरआई बन जाती है तो एकाउंट बंद कर दिया जाएगा और साथ ही इस पर कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा।
3. सरकार इसकी ब्याज दरों में समय-समय पर बदलाव करती है। इसपर मौजूदा ब्याज दरें 8.5 फीसदी की है।
4. बिटिया के 15 वर्ष की आयु पूरी कर लेने तक ही राशि जमा कर सकते हैं।
5. न्यूनतम राशि का भुगतान न करने पर सुकन्या समृद्धि एकाउंट पर ब्याज नहीं मिलेगा। साथ ही एकाउंट इंटरेस्ट का केवल 4 फीसदी ही होता है।
6. इस खाते में किसी भी वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक की राशि जमा करा सकते हैं। यदि कभी गलती से इस राशि से ज्यादा जमा कर देते हैं तो आप जब चाहे तब उस राशि की निकासी कर सकते है।
7. इस खाते में नकद/चेक या फिर डिमांड ड्राफ्ट के साथ-साथ ऑनलाइन पेमेंट का भी प्रावधान है।
8. पासबुक खो जाने की स्थिति में नई पासबुक 50 रुपए की राशि का भुगतान करने पर इश्यू करवाई जा सकती है।
9. बिना किसी अतिरिक्त चार्जेस के एकाउंट को बैंक से पोस्ट ऑफिस और पोस्ट ऑफिस से बैंक में ट्रांस्फर करवाया जा सकता है। माता पिता या फिर संरक्षक को अपने घर का पता बदलने के प्रमाण उपलब्ध करवाने होंगे। यदि घर का पता नहीं बदला गया है तो 100 रुपए की राशि देकर ट्रांस्फर करवाया जा सकता है।
10. एकाउंट खोलने के 21 वर्षों के बाद यानि कि एकाउंट के मैच्योर होने के बाद किसी भी तरह का कोई भी ब्याज नहीं दिया जाएगा