Friday, 20 November 2020 00:00
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कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरू कांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने यूपी सरकार को भेजी अपनी रिपोर्ट में 40 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की सिफारिश की है. मामले में विभागीय जांच के बाद इन पर कार्रवाई होगी. इन 40 पुलिसकर्मियों में तत्कालीन एसपी (ग्रामीण) प्रद्युम्न सिंह, तत्कालीन सीओ (कैंट) राम कृष्ण चतुर्वेदी और वर्तमान सीओ (एलआईयू) सूक्ष्म प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
इनके अलावा कानपुर नगर, कानपुर देहात के शिवली थाना और लखनऊ के कृष्णा नगर थाने के एक पूर्व इंस्पेक्टर व अन्य पुलिसकर्मियों को एसआईटी ने दोषी ठहराया गया है. इनमें वो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं, जो पहले ही घटना में दोषी पाए गए और गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं।
इनमें जेल में बंद चौबेपुर के पूर्व एसओ विनय तिवारी, दारोगा केके शर्मा, बजरिया थानेदार राममूर्ति यादव, पूर्व बजरिया इंस्पेक्टर मोहम्मद इब्राहिम, एसके वर्मा, पूर्व चौबेपुर एसओ वेद प्रकाश, राधे श्याम यादव, संजय सिंह, सतीश चंद्र, राकेश कुमार, लालमणि सिंह, बृजकिशोर मिश्र, मुकेश कुमार, शिवली के पूर्व एसओ राकेश कुमार श्रीवास्तव, रूरा के पूर्व एसओ धर्मवीर सिंह के नाम प्रमुख हैं।
इनके अलावा नजीराबाद के पूर्व एसओ जितेंद्र पाल, दारोगा दीवान सिंह, दारोगा विश्वनाथ मिश्रा, अजहर इशरत, कुंवरपाल सिंह, दारोगा संजय कुमार, जय कुमार त्रिपाठी, इंद्रापाल, बैजनाथ गौड़, सुजीत कुमार मिश्रा, लवकुश सिंह चौहान तत्कालीन थाना प्रभारी शिवली दीवान गिरी, सूबेदार सिंह, लखनऊ के कृष्णा नगर थाने के पूर्व इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय, कृष्णा नगर थाने के दारोगा अवनीश कुमार सिंह, सिपाही लायक सिंह, राजीव कुमार, अभिषेक कुमार, कुंवर पाल, धर्मेंद्र सिंह, विकास कुमार और सुरेश तिवारी पर कार्रवाई की सिफारिश की गई है. इन पर जांच के बाद विभागीय कार्रवाई संभव है।