Monday, 04 January 2021 00:00
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भदोही। अनलाक में रोजगार दिलाने के लिए श्रमिकों को नासिक ले जा रहे वाहन स्वामी सहित चार पर मुकदमा दर्ज करने के मामले में रविवार को पुलिस कर्मियों पर गाज गिर गई। कोइरौना के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संजय राय और सीतामढ़ी चौकी प्रभारी रामआशीष बिंद सहित पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है जबकि दो उप निरीक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। वहीं इस मामले में एसपी राम बदन सिंह ने आरोपित सात पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है।
लाकडाउन में महानगरों को छोड़कर श्रमिक अपने गांव आ गए थे। अनलाक होते ही वह रोजगार की तलाश में जुट गए। नौ अगस्त को मऊ जनपद के लखनी मुबारकपुर गांव निवासी अजय यादव और मझवारा गांव निवासी रहीम अपने दो मित्रों के साथ एमएच-15 जीवी 6324 वाहन से भदोही जनपद के बैरीबीसा गांव के आस-पास के 37 श्रमिकों को लेकर नासिक के लिए निकला था। उप निरीक्षक रामअशीष बिंद ने नासिक जा रहे 37 श्रमिकों को मुक्त कराते हुए मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वाहन स्वामी अजय यादव ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल किया था। कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया था।
मामले की जांच एसपी प्रोटोकाल अनुराग दर्शन को सौंपी गई। उनके जांच में पाया गया कि पुलिस बगैर जांच किए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वाहन स्वामी पर मुकदमा दर्ज किया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रभारी निरीक्षक संजय राय, चौकी प्रभारी रामअशीष बिंद,कांस्टेबल रवींद्र कुमार, विष्णु सरोज और प्रदीप के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा विवेचक आद्या प्रसाद यादव और नेमतुल्ला के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है।