Tuesday, 19 January 2021 00:00
admin
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि जन्मभूमि की सतह के नीचे की मिट्टी की जांच तीन बार कराई गई ताकि कोई चूक न होने पाए। अब इसी के अनुरूप मंदिर की नींव की खोदाई का काम प्रारंभ हो गया है।
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला के भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण की प्रतीक्षा अब समाप्त होने को है। श्री राम मंदिर निर्माण के लिए नींव की खोदाई का कार्य शुरू हो गया है। यह जानकारी रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने दी है। एक न्यूज चैनल से वार्ता के दौरान उनका यह बयान सामने आया है। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि फरवरी से पत्थरों को लगाए जाने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि की सतह के नीचे की मिट्टी की जांच तीन बार कराई गई ताकि कोई चूक न होने पाए। विशेषज्ञों ने गंभीर मंथन के बाद नींव की श्रेष्ठतम डिजाइन तैयार की है। अब इसी के अनुरूप मंदिर की नींव की खोदाई का काम प्रारंभ हो गया है।
चंपतराय ने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी फरवरी से अगले 39 माह की अवधि में मंदिर का निर्माण पूरा किए जाने का लक्ष्य है। हालांकि 39 माह में मंदिर निर्माण पूर्ण होने का लक्ष्य गत वर्ष पांच अगस्त से तय किया गया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया था। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तभी से निर्माण की दिशा में युद्धस्तर पर प्रयास शुरू किया, पर परीक्षण में रामजन्मभूमि की सतह के नीचे भुरभुरी बालू होने की वजह से पूर्व निर्धारित नींव की डिजाइन में आमूल-चूल परिवर्तन करना पड़ा।
चंपतराय ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की कार्यदायी संस्था एलएंडटी सहित टाटा कंसलटेंट इंजीनियर्स और आइआइटी चेन्नई, मुंबई, दिल्ली आदि संस्थाओं सहित नेशनल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों ने अध्ययन, परीक्षण और विमर्श के अनेक चरणों से गुजरते हुए नए सिरे से नींव की डिजाइन तय की है। मंदिर का निर्माण भारत की प्राचीन व पारंपरिक निर्माण तकनीक के आधार पर किया जाएगा। इसे इस तरह से बनाया जाएगा, जिससे भूकंप, तूफान और अन्य प्राकृतिक आपदाओं का यह सामना कर सके।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अब तक 100 करोड़ रुपये का दान मिला है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि दान को लेकर डाटा अभी मुख्यालयों तक नहीं पहुंचा है, लेकिन कार्यकर्ताओं से रिपोर्ट मिली है कि इस पवित्र कार्य के लिए 100 करोड़ रुपये जुटा लिए गए हैं। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट ने 15 जनवरी से व्यापक जनसंपर्क अभियान शुरू किया है। यह अभियान 27 फरवरी तक चलेगा।