लखनऊ में राइड बुक कर निकली छात्रा के साथ खौफनाक वारदात — रास्ता बदलकर ड्राइवर ने की शर्मनाक हरकत, पुलिस ने आरोपी को दबोचा

राजधानी लखनऊ में ऐप आधारित बाइक राइड के दौरान एक छात्रा से अभद्रता का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
युवती ने आरोप लगाया है कि राइड बुक करने के बाद चालक ने जानबूझकर रास्ता बदल दिया, फिर उसके साथ दुर्व्यवहार और अश्लील हरकतें कीं।

घटना ने शहर में महिलाओं की सुरक्षा और राइड सर्विस कंपनियों की सत्यापन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

🔹 क्या हुआ था उस रात?

मामला 8 अक्टूबर की रात का है।
पीड़िता, जो लखनऊ यूनिवर्सिटी की छात्रा है, ने रात करीब 10 बजे यूनिवर्सिटी से सुशांत गोल्फ सिटी जाने के लिए मोबाइल ऐप से बाइक राइड बुक की।
कुछ मिनटों बाद बाइक सवार चालक पहुंचा और छात्रा को बैठाया।

लेकिन जैसे ही बाइक चली, चालक ने अचानक तय रूट छोड़कर रास्ता बदल दिया।
जब छात्रा ने आपत्ति जताई तो उसने बदतमीजी शुरू कर दी और कथित रूप से छात्रा को बैड टच किया।

घबराई छात्रा किसी तरह बाइक से उतरने की कोशिश करती रही।
आख़िरकार चालक ने उसे विवेकानंद अस्पताल के पास उतार दिया और मौके से फरार हो गया।

🔹 घटना के बाद क्या हुआ?

डरी-सहमी छात्रा ने तुरंत अपने परिजनों को फोन किया और पूरी घटना बताई।
अगले दिन, 9 अक्टूबर को पीड़िता ने थाना महानगर में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस ने शिकायत मिलते ही जांच शुरू की और ई-चालान ऐप के जरिए वाहन का नंबर ट्रैक किया।
जांच में पता चला कि आरोपी का नाम राहुल अग्निहोत्री (38 वर्ष) है, जो पीजीआई थाना क्षेत्र के एकतानगर का निवासी है।

🔹 पुलिस ने दबोचा आरोपी, अब जेल में

महानगर पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, जब राहुल को पूछताछ के लिए बुलाया गया, तो वह पुलिस से उलझ गया और आक्रामक व्यवहार करने लगा।

इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।
घटना की जांच मिशन शक्ति टीम की एसआई दीप्ति, रश्मि सिंह और महेश कुमार शुक्ला को सौंपी गई है।

🔹 कंपनी से मांगी गई जानकारी

पुलिस ने उस राइड ऐप कंपनी से भी चालक के सत्यापन और पंजीकरण संबंधी जानकारी मांगी है,
ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या आरोपी का बैकग्राउंड ठीक से वेरिफाई किया गया था या नहीं।

महिला सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि कई कंपनियां ड्राइवरों का बैकग्राउंड चेक अधूरा करती हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।

🔹 सुरक्षा पर सवाल और बढ़ती चिंता

घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने महिलाओं की राइड सुरक्षा को लेकर नाराज़गी जताई है।
कई यूजर्स ने यह सवाल उठाया है कि अगर यह घटना थोड़ी देर और बढ़ जाती, तो परिणाम बेहद भयावह हो सकते थे।

पुलिस का कहना है कि महिला यात्रियों को रात में ऐप राइड लेते समय सतर्क रहना चाहिए,
और संदिग्ध व्यवहार होने पर तुरंत 112 नंबर या ऐप के इमरजेंसी बटन से संपर्क करना चाहिए।

🕯️ निष्कर्ष:

लखनऊ की इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की रात में यात्रा सुरक्षा को लेकर प्रशासन और ऐप कंपनियों की लापरवाही को उजागर किया है।
हालांकि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन यह सवाल अब भी कायम है —

क्या हमारी महिलाएं ऐप राइड में वास्तव में सुरक्षित हैं?