Saturday, 24 April 2021 00:00
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प्रसिद्ध समाजसेवी एवं एनडीए के वरिष्ठ नेता राजा चौधरी ने आज माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को ईमेल एवं खत के द्वारा संपर्क कर यह आग्रह किया है कि जिस तरह बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने बिहारवासियों के लिए मुफ्त टीकाकरण का निर्णय लिया है, ठीक उसी तरह के केंद्र सरकार भी देश के सभी नागरिकों को टीकाकरण की सुविधा मुफ्त प्रदान करने का निर्णय ले। यह भारतवर्ष के सभी नागरिकों का मौलिक अधिकार भी है और सरकार का मौलिक दायित्व भी। कोरोनाकाल में देश के सभी नागरिक किसी न किसी रूप में त्रस्त हैं, यह निर्णय उनके मानसिक स्थिति को मजबूत करने में एक कारगर कदम होगा।
प्रधानमंत्री मोदी जी को इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाकर या स्वनिर्णय लेकर अविलम्ब लागू करना चाहिए। सरकार को मुफ्त टीकाकरण के साथ सभी नागरिकों को टीकाकरण के पूरे सर्किल का विस्तृत जानकारी भी लिखित माध्यम से देनी चाहिए। इससे देश के सभी जनता के मन में बैठा अज्ञात भय भी खत्म होगा और अफरातफरी की स्थिति पर काबू भी पाया जा सकेगा। मास्क की अनिवार्यता को भी समाप्त कर इसे कोरोना पॉजिटिव नागरिकों के लिए अनिवार्य और बाकियों के लिए ऐच्छिक किया जाना चाहिए। चौधरी ने प्रधानमंत्री जी से यह भी आग्रह किया है कि देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वार्ता कर यह सुनिश्चित किया जाए कि देश के किसी नागरिक का कहीं पलायन न हो। इससे संक्रमण का खतरा काफी कम होगा। जो जहाँ हैं उनकी समुचित व्यवस्था उसी राज्य में हो। अभी देश के नागरिकों को सबसे ज्यादा जरूरत उनके मानसिक शक्ति को मजबूत करने की है। इसलिए मीडिया के सभी माध्यमों से लगातार सार्थक और सकारात्मक समाचार और जानकारियां नागरिकों को दीया जाता रहना चाहिए एवं मीडिया के सभी माध्यमों से नकारात्मक खबरों को दूर करने की फुलप्रूफ निर्णय लिया जाना चाहिए। जिस तरह बिहार में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने बड़े ही सुनियोजित ढंग से आम आदमी के सुविधाओं की सभी परिस्थितियों को ध्यान में रख कर दिनचर्या का नियम और मुक्त टीकाकरण का निर्णय लेकर पूरे देश में एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है, उससे प्रेरणा लेकर सभी राज्यों के मुख्यमंत्री अपने अपने राज्य के नागरिकों के सुविधा के हिसाब से अविलम्ब सही और उचित निर्णय लें।
चौधरी ने देश के सभी नागरिकों से भी यह अपील की है कि सभी उनके द्वारा दिए गए चुस्त रहें, व्यस्त रहें, मस्त रहें और स्वस्थ रहें के चार सिद्धांतों को अपने दिनचर्या में शामिल करें। टीका लें और सभी सरकारी निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। हताशा और बेचैनी के दौर से खुद को बाहर निकालें। संक्रमितों का घर में रह कर ही बेहतर इलाज संभव है, अस्पताल जाना अंतिम विकल्प के रूप में ही होना चाहिए। अफवाहों से बचें और परिवार के साथ स्वास्थ्य लाभ करें।