Monday, 26 April 2021 00:00
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. सूबे की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमितों की तादात लगातार बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस की महामारी के बीच जीवन रक्षक दवाओं की किल्लत हो गई है. सरकार की ओर से किए जा रहे दावों के बावजूद कोविड महामारी लोगो की जान से खिलवाड़ करते हुए फर्जी तरीके से रेमडेसिविर इंजेक्शन तैयार कर फर्जी इन्जेक्शन तैयार कर काफी अधिक मूल्य पर कोरोना पीड़ित व्यक्तियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए कालाबाजारी किया जा रहा है।
कालाबाजारी के खिलाफ चला रहे अभियान के हेतु गठित थाना अमीनाबाद की टीम द्वारा एक सूचना के आधार पर संक्रिय गैंग के पॉच सदस्य मनीष तिवारी उर्फ तपन, विकास कुमार दीक्षित, मोहित पाण्डेय, प्रवीण वर्मा व अब्दुश सुफियान को आज थाना क्षेत्र में भिन्न-भिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया।
थाना अमीनाबाद के प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार राय के अनुसार मनीष तिवारी उर्फ तपन व विकास कुमार दीक्षित के द्वारा कोरोना जैसे गभ्भीर महामारी का अवसर उठाते हुए रेमेडेसीवर इंजेक्शन का रैपर (लेवल) जिसका बाजारी मूल्य 4800 रुपया है को पीआईपी टी इंजेक्शन जिसका बाजारी मूल्य 98 रुपया है, पर चिपकाते थे एवं अपने सहयोगी मोहित पाण्डेय, प्रवीण के माध्यम से कोविड महामारी से ग्रसित लोगो की जान से खिलवाड़ करते हुए फर्जी इंजेक्शन तैयार कर काफी अधिक मूल्य पर कोरोना पीड़ित व्यक्तियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए कालाबाजारी करते हुए एक इन्जेक्शन 15 से 20 हजार रुपये में बेचा जा रहा था।
थाना अमीनाबाद के प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार राय के अनुसार मनीष तिवारी उर्फ तपन व विकास कुमार दीक्षित के द्वारा कोरोना जैसे गभ्भीर महामारी का अवसर उठाते हुए रेमेडेसीवर इंजेक्शन का रैपर (लेवल) जिसका बाजारी मूल्य 4800 रुपया है को पीआईपी टी इंजेक्शन जिसका बाजारी मूल्य 98 रुपया है, पर चिपकाते थे एवं अपने सहयोगी मोहित पाण्डेय, प्रवीण के माध्यम से कोविड महामारी से ग्रसित लोगो की जान से खिलवाड़ करते हुए फर्जी इंजेक्शन तैयार कर काफी अधिक मूल्य पर कोरोना पीड़ित व्यक्तियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए कालाबाजारी करते हुए एक इन्जेक्शन 15 से 20 हजार रुपये में बेचा जा रहा था। कोविड महामारी लोगो की जान से खिलवाड़ करते हुए फर्जी इन्जेक्शन तैयार कर काफी अधिक मूल्य पर कोरोना पीड़ित व्यक्तियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए कालाबाजारी कर रहे थे ।
गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से 240 पीस पीआईपी टी इंजेक्शन पैकेट, 59 पीस रैमडी सिवर इन्जेक्शन की शीशी, 4224 रैमडी सिवर इन्जेक्शन की लेवल, बिक्री माल के नगदी 81840 रुपये एवं एक स्पेलेण्डर प्लस मोटरसाइकिल बरामद हुआ। गिरफ्तार अभियुक्तो के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
उक्त मामले का खुलासा करने हेतु प्रभारी निरीक्षक द्वारा गठित टीम में स्वयं प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार राय, अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक श्री राजदेव मिश्र, उपनिरीक्षक कर्ण प्रताप सिंह, सत्येन्द्र प्रताप सिंह, सुधाकर पाण्डेय, कमल कुमार के साथ साथ मुख्य आरक्षी मो0 खलीक व आरक्षी राजकुमार शामिल थे।