Tuesday, 11 May 2021 00:00
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बागपत पुलिस ने हैरान कर देने वाला एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो कोरोना से मरने वाले मुर्दों का कफन चोरी कर रहे थे. बाद में इन्हें सस्ते दामों पर व्यापारियों को बेचा जा रहा था. पुलिस ने इस गिरोह के 7 सदस्यों को दबोचा है।
बागपत जिला की बड़ौत कोतवाली पुलिस ने एक शिकायत के आधार पर 7 ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो कोरोना से मरने वालों का अंतिम संस्कार के दौरान कफन, कपड़े और अन्य सामान चोरी कर लेते थे. उसके बाद उन पर ब्रांडेड कंपनियों का स्टीकर लगाने के बाद उन्हें व्यापारियों के माध्यम से महंगे दामों पर बेच दिया करते थे. जिससे लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ गया था।
बताते चले कि कोरोना शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए बेहद ही सावधानी बरती जाती है. उनके आस पास कोई नहीं होता है. इनके पास मौजूद सामान को भी कोई नहीं छूता है, तो वहीं ये गिरोह कोरोना शवों का अंतिम संस्कार के दौरान कफन, कपड़े और अन्य सामान चोरी कर उन पर ब्रांडेड कंपनियों का स्टीकर लगाने के बाद उन्हें व्यापारियों के पास बेचने के लिए दे देते थे।
पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से 127 कुर्ते, 520 मुर्दों की चादर, 140 सफेद कमीज बरामद किए हैं, जिनमें कोरोना संक्रमित मुर्दों के कपड़े और कफन शामिल हैं. इसके अलावा पुलिस ने ब्रांडेड कम्पनी के पैकिंग रिबन और स्टीकर भी अभियुक्तों की निशानदेही पर बरामद किए हैं. अभियुक्तों के निशानदेही पर पुलिस ने ऐसे व्यापारियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की गई. एक दुकान से कुछ लोग कपड़े का व्यापार करते हैं, वो श्मशान घाटों से मृत व्यक्तियों के पकड़े चुराकर उनको धोकर और दोबारा उन पर फर्जी स्टिकर लगाकर ग्वालियर की किसी कंपनी को बेच रहे थे. शिकायत के बाद पुलिस ने प्रवीण कुमार जैन, आशिष कुमार जैन, ऋषभ जैन के साथ चार अन्य को गिरफ्तार किया है. इनके पास से बड़ी संख्या में मुर्दों के कपड़े भी बरामद किए गए हैं, जिन पर नए टैग लगाए गए थे.