Saturday, 06 August 2022 00:00
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लखनऊ। बिजली क्षेत्र के निजीकरण के लिए संसद में पेश किए जाने वाले विद्युत संशोधन विधेयक 2022 के विरोध में प्रदेश के बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं ने हड़ताल की. धमकी है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने शुक्रवार को हड़ताल का फैसला करते हुए इसकी नोटिस केंद्र व राज्य सरकार तथा बिजली निगमों के प्रबंधन को भेज दी है।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों प्रभात सिंह, गिरीश पांडेय, सदरुद्दीन राना, सुहेल आबिद, पीके दीक्षित, शशिकांत श्रीवास्तव, महेंद्र राय आदि ने साझा बयान में कहा कि केंद्र सरकार विद्युत संशोधन विधेयक 2022 संसद के चालू सत्र में 8 अगस्त को रखने जा रही है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। केंद्र सरकार जिस दिन संसद में विधेयक पेश करेगी उसी समय हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। सभी बिजली निगमों के कर्मचारी व अभियंता कार्य छोड़कर कार्यस्थल से बाहर आ जाएंगे और दिन भर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा 10 अगस्त राजधानी लखनऊ सहित सभी जिला व परियोजना मुख्यालयों पर अपराह्न 4 से 5 बजे तक विरोध प्रदर्शन करेंगे।