Wednesday, 31 August 2022 00:00
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खुली और जर्जर विद्युत तारों से होने वाले हादसे और लाइन लाइस को कम करने के लिए ऊर्जा निगम ने बड़ी जोर शोर से कई जगह खास तौर पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खुले तारों के मकड़जाल की जगह एबीसी केबल लगाई थी।
लखनऊ । हैरानी करने वाला एक नजारा लेसा अंतर्गत मुंशी पुलिया डिवीजन क्षेत्र सेक्टर 16 इंदिरा नगर लखनऊ में देखने को मिला जहां पर लगभग 2 वर्ष पहले सप्लाई बेहतर करने और लाइन लास को कम करने के उद्देश्य से एबीसी (एरियर बंच कंडक्टर) केबल, से अब तक नहीं हुआ कनेक्शन है।
यह समझ से परे है कि ऐसी कौन सी मजबूरी या व्यस्त ड्यूल है कि दो वर्ष बीत जाने के बाद भी इस तार से लोगों को कनेक्शन नहीं दिया गया है। एबीसी केबल से कनेक्शन दे दिए जाने से जहां खुले तारों के मकड़जाल से छुटकारा मिल जाता, वहीं बिजली चोरी पर भी काफी हद तक अंकुश लग सकता है।
कहीं ऐसा तो नहीं प्रतिदिन मोबाइल पर मीटिंग या फिर राजस्व वसूली से थक कर विभाग शिथिल पड़ गया और कनेक्शन नहीं बदले गए। वर्तमान में भी पुरानी व्यवस्था से ही बिजली आपूर्ति की जा रही है। एबीसी केबल वैसे ही खंभों की शोभा बढ़ा रहे हैं। इससे खंभों के आसपास अभी भी तारों का मकड़जाल फैला हुआ है।
एबीसी केबल डलने के बाद उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी। एक तो सप्लाई बेहतर हो जाएगी। दूसरा बारिश में होने वाले फाल्टों से राहत मिलेगी। खुले बिजली तारों से लोग बिजली चोरी कर ऊर्जा निगम के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे थे।
अब देखना यह है कि विभाग को पुनः याद कराने के पश्चात क्या लोगों के घरों में एबीसी केबल के माध्यम से बिजली आपूर्ति होगी या फिर पुरानी व्यवस्था से ही बिजली आपूर्ति होती रहेगी।