Saturday, 03 September 2022 00:00
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कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित मुरुगा लिंगायत मठ के मुख्य पुजारी शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू को कल गिरफ्तारी के बाद आज अदालत में पेश किया गया। अदालत ने शिवमूर्ति मुरुगा को 5 सितंबर तक यानी 4 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। हालांकि पुलिस ने बेंच से शिवमूर्ति की 5 दिनों की हिरासत का अनुरोध किया था। बता दें कि शिवमूर्ति मुरुगा को माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोप में गुरुवार रात को गिरफ्तार किया गया था और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
गिरफ्तार मठाधीश मुरुगा अस्पताल में हुए थे भर्ती
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मठाधीश मुरुगा से गुरुवार देर रात को गिरफ्तार करने के बाद कई घंटों तक पूछताछ की गई। जेल भेजने के बाद उन्हें कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो गयी थीं, जिसके बाद उन्हें जांच के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक के. परशुराम ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तारी के तुरंत बाद शरणारू को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। शरणारू पर प्राइमरी स्कूल की दो छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोप में बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून और अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार रोकथाम) कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लिंगायत समुदाय के सबसे प्रतिष्ठित मठों में से एक
बता दें कि शिवमूर्ति मुरुगा शरणारू कर्नाटक में लिंगायत समुदाय के सबसे प्रतिष्ठित और प्रभावशाली मठों में से एक के मठाधीश हैं। उनसे पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार ने एक अज्ञात स्थान पर कल रात पूछताछ की। कुमार इस मामले में जांच अधिकारी हैं। इसके बाद मठाधीश को हेल्थ चेकअप के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया और प्रथम अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश के आवास पर उन्हें पेश किया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुरुगा मठ के मठाधीश के साथ ही चार अन्य लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है, जिनमें से एक व्यक्ति ‘सांत्वना केंद्र’ में काम करता है। एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। दो आरोपी लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है। सांत्वना केंद्र महिला एवं बाल विकास विभाग निदेशालय का काउंसेलिंग केंद्र है।