Saturday, 04 February 2023 00:00
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रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते. रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं. इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है. वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं.
इम्फाल: भारत के पूर्वोत्तरी राज्य मणिपुर के उखरुल में शनिवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किमी नीचे था. फिलहाल किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है. इससे पहले यूपी के शामली में शुक्रवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.2 रही. इससे पहले 31 जनवरी को भी मणिपुर में सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. उस समय रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.5 मापी गई थी. भूकंप की जानकारी देने वाले नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया था कि मणिपुर का कामजोंग इस भूकंप का केंद्र रहा. भूकंप के ये झटके सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर महसूस किए गए थे. इसकी गहराई जमीन से 67 किलोमीटर नीचे थी.
रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते. रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं. इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है. ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं और इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते. वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं. इन्हें महसूस तो किया जाता है, लेकिन कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं जो पूरी दुनिया में एक साल में करीब 6,200 बार रिक्टर स्केल पर दर्ज किए जाते हैं. इन झटकों को महसूस किया जाता है और इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं. हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है.