बलूच विद्रोह‍ियों ने मह‍िलाओं-बच्‍चों को छोड़ा, आर्मी और आईएसआई अफसर अभी भी कैद में, 11 जवानों की हत्‍या

पाक‍िस्‍तान भी अजबगजब है. इस बार बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाक‍िस्‍तान की सबसे खास ट्रेन जाफर एक्सप्रेस पर कब्ज़ा कर लिया है और 400 यात्रियों को बंधक बना लिया है. बीएलए के प्रवक्ता ने बताया कि यह ऑपरेशन बीएलए मजीद ब्रिगेड फतेह स्क्वाड और एसटीओएस की ओर से चलाया जा रहा है. उधर, ट्रेन पर कब्‍जा होने की खबर जैसे ही पाक‍िस्‍तान की सरकार और आर्मी को मिली उनकी सांसें अटक गई हैं. बंधकों को रिहा कराने की कोश‍िशें हो रही हैं.

सूत्रों के मुताबिक, बलूच लिबरेशन आर्मी ने ट्रेन में सवार मह‍िलाओं और बच्‍चों को छोड़ द‍िया है. लेकिन ट्रेन में सवार 100 से ज्‍यादा आर्मी के अफसरों और आईएसआई के अध‍िकाार‍ियों को कैद कर रखा है. उन्‍हें नहीं छोड़ना चाहते. सूत्रों के मुताबिक, सेना और बलूच‍ विद्रोह‍ियों के बीच संघर्ष में अब तक 11 जवान मारे जा चुके हैं.

पाक‍िस्‍तानी मीडिया रिपोर्ट में दावा क‍िया जा रहा है क‍ि बलूच विद्रोह‍ियों की गोलीबारी में पाक‍िस्‍तानी आर्मी के 6 जवानों की मौत हो चुकी है. ये जवान ट्रेन की सिक्‍योरिटी में तैनात बताए जा रहे हैं. बीएलए ने पाक‍िस्‍तान की सरकार को सीधी धमकी दी है क‍ि अगर उन पर अटैक करने की कोश‍िश की गई तो वे सभी बंधकों को मार डालेंगे.

पाक‍िस्‍तानी अखबार डॉन के मुताबिक, मंगलवार को बलूचिस्तान में पेशावर जाने वाली ट्रेन पर गोलीबारी की गई. इसके बाद तुरंत सेना को अलर्ट क‍िया गया. बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा, क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर पेहरो कुनरी और गदलार के बीच भारी गोलीबारी की खबरें हैं. रेलवे नियंत्रक मुहम्मद काशिफ ने बताया कि नौ डिब्बों वाली इस ट्रेन में करीब 500 यात्री सवार थे. लेकिन बलूच लिबरेशन आर्मी के जवानों का दावा है क‍ि उन्‍होंने पूरी ट्रेन पर कब्‍जा कर ल‍िया है.

सुरंग में बलूच‍ विद्रोह‍ियों ने रोकी ट्रेन
पाक‍िस्‍तान रेलवे के मुताबिक, ट्रेन जब सुरंग संख्या 8 से होकर गुजर रही थी, तभी हथियारबंद आतंक‍ियों ने ट्रेन को रोक ल‍िया. यात्रियों और कर्मचार‍ियों से अभी तक कोई संपर्क नहीं हो पाया है. अस्‍पतालों में आपातकाल लागू कर द‍िया गया है. एंबुलेंस और सुरक्षा बलों को उस इलाके की ओर रवाना क‍िया गया है. रिंद ने कहा कि चट्टानी इलाका होने के कारण अधिकारियों को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. रेलवे ने बचाव कार्य के लिए घटनास्थल पर और ट्रेनें भेज दी हैं.