
बगदादी के साथ रहने वाले लोगों ने दावा किया है कि पिछले कुछ महीनों से वो अपनी सुरक्षा को लेकर खासा परेशान था. जैसे ही आईएस की ताकत कम होने लगी बगदादी की घबराहट भी बढ़ने लगी.
इस्लामिक स्टेट (Islamic State) के कुख्यात सरगना अबू बक्र अल बगदादी (Abu Bakr al Baghdadi) मौत की डर से दर-दर भटक रहा था. कहा जा रहा है कि वो कई बार खुद को दुनिया की नजरों से बचाने के लिए गडरिया बनकर जिंदगी गुजार रहा था. इस दौरान वह वह बंकरों में छिपकर रह रहा था. इस्लामिक स्टेट की घटती ताकत के चलते बगदादी का आत्मविश्वास डगमगा गया था. बता दें कि पिछले महीने अमेरिका ने सीरिया के इदलिब में बगदादी को घेर लिया था, जिसके बाद उसने खुद को उड़ा लिया.
जान बचाने के लिए भटक रहा था
बगदादी के साथ रहने वाले लोगों ने दावा किया है कि पिछले कुछ महीनों से वो अपनी सुरक्षा को लेकर खासा परेशान था. जैसे ही आईएस की ताकत कम होने लगी बगदादी की घबराहट भी बढ़ने लगी. वो जान बचाने के लिए इराक़ बॉर्डर पर पूर्वी सीरिया में अपना सुरक्षित ठिकना तलाश रहा था.
17 साल की लड़की को रखता था साथ में
उसने 17 साल की एक यज़ीदी लड़की को कई महीनों तक दासी बना कर रखा था. इस लड़की को अमेरिकी सेना ने इस साल मई में बगदादी के कब्जे से छुड़ाया था. उसने बताया कि बगदादी 6-7 खास सहयोगियों के साथ ही घूमता था. कुछ महीने पहले उसने अपने सारे अधिकार एक सीनियर सहयोगियों को दे दिया. जिसे बाद में इस्लामिक स्टेट अपना चीफ बना सकता है. उसने बताया कि बगदादी ने साल 2017 में इदलिब से भागने की कोशिश की थी. एक दिन रात को तीन गांड़ियों के काफिले के साथ बगदादी निकला. उसके साथ उसकी बेगम भी थी. लेकिन मेन रोड पर जाते ही वो हमले की डर से वापस लौट आया.
रेप करता था…मारता था
यज़ीदी की ये लड़की करीब 4 महीने तक बगदादी के ससुर के घर में रही. यहां बगदादी उससे बलात्कार करता था और मारता था. वो सिर्फ रात को ही अपना चेहरा ढक कर 6-7 सहयोगियों के साथ बाहर निकलता था. साल 2018 में इस लड़की को बगदादी ने किसी और को सौंप दिया. इसके बाद से वो बगदादी से कभी नहीं मिली. हालांकि उसने गिफ्ट के तौर पर गहने भेजे. बगदादी इसके बाद से सीरिया में लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा.
आत्मघाती बेल्ट लगाता था बगदादी
बगदादी के पड़के गए सहयोगियो का कहना है कि बगदादी हमेशा आत्मघाती बेल्ट लगा कर घूमता था. इतना ही नहीं वो इस बेल्ट को पहन कर सोता था. वो कभाी भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता था. सिर्फ उसके सहयोगी अबू-हसान अल मुहाजेर गैलेक्सी 7 मोबाइल का इस्तेमाल करता था. वो फिलहाल इराक़ के कब्जे में है.