
महाराष्ट्र की सियासत (Maharashtra Politics) में शिवसेना (Shiv Sena) के साथ चल रही सियासी जंग के बीच बीजेपी (BJP) ने कहा है कि राज्य में अलगे 48 घंटों के भीतर नई सरकार बन सकती है. हालांकि शिवसेना कुछ और ही कह रही है…
मुंबई. महाराष्ट्र की सियासत (Maharashtra Politics) में शिवसेना (Shiv Sena) और बीजेपी (BJP) में सरकार बनाने के लिए जारी खींचतान के बीच बीजेपी ने फ्रंट फुट पर आते हुए अगले 48 घंटों में सरकार बनाने का ऐलान कर दिया है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता धीर मुनगंटीवार ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र का गठबंधन (शिवसेना-बीजेपी) बरकरार है और लोग कभी भी ‘खुशखबरी’ की उम्मीद कर सकते हैं. ‘हम साथ साथ हैं’. उधर शिवसेना ने स्पष्ट कहा है कि उन्हें अभी तक बीजेपी की तरफ से सरकार बनाने के लिए कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है.
गौरतलब है कि 24 अक्टूबर को नतीजों के बाद से ही बीजेपी-शिवसेना में सरकार बनाने फ़ॉर्मूले पर सहमति नहीं बन पाई. तो वहीं कांग्रेस-एनसीपी (Congress NCP) के गठबंधन को इतनी सीटें नहीं मिलीं कि वो सरकार बनाने का दावा पेश करें. ऐसे में सबकी निगाहें सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बीजेपी पर टिकी हुईं हैं. गुरूवार को सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने का आखिरी दिन है. बीजेपी और शिवसेना दोनों ने ही राज्यपाल से मुलाक़ात का वक़्त भी मांगा है. शिवसेना नेता संजय राउत ने गुरूवार शाम को स्पष्ट कहा कि उद्धव ठाकरे को बीजेपी की तरफ से अभी तक सरकार बनाने के लिए किसी भी तरह का प्रस्ताव नहीं मिला है.
‘गवर्नर से मिलें बीजेपी नेता’
इसी संदर्भ में बुधवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा- राज्यपाल से हम भी मिले और सभी अन्य पार्टी के नेता भी मिले हैं. गुरुवार को बीजेपी के प्रमुख नेता मिलने वाले हैं. अच्छी बात है, हम पिछले कई दिनों से यही मांग कर रहे हैं कि बड़ी पार्टी भाजपा है और उनके नेता राज्यपाल से मिले और सरकार बनाने का दावा पेश करें.
शिवसेना ने किया BJP पर तंज
संजय राउत ने बीजेपी पर तंज करते हुए कहा कि उनके पास अगर 145 का आंकड़ा है और अगर सरकार बनती है तो हमें खुशी होगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि जो बातें कही जा रही है वह सब झूठ हैं क्योंकि उद्धव ठाकरे के पास अब तक किसी भी भाजपा नेता का फोन नहीं आया है. संजय राउत लगातार कह रहे हैं कि अगर बीजेपी को महाराष्ट्र में सरकार बनानी है तो उन्हें शिवसेना की शर्तें माननी ही होंगी.
बीजेपी को सत्ता से दूर रखना चाहती है कांग्रेस
वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच कांग्रेस के राज्य सभा सदस्य हुसैन दलवई ने बुधवार को मुंबई में शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत से मुलाकात की. दलवई ने बाद में मीडिया से कहा कि राउत के साथ उनकी चर्चा सकारात्मक रही और कांग्रेस और राकांपा को साथ मिलकर भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए काम करना चाहिए.
भाजपा और शिवसेना को 161 सीटें मिली
गौरतलब है कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के हाल ही में घोषित चुनाव नतीजों में कोई भी पार्टी अकेले 145 सीटों के बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई. इसके चलते सरकार गठन में देर हो रही है. चुनाव में भाजपा को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत हासिल हुई है. गठबंधन कर चुनाव लड़ी बीजेपी और शिवसेना को 161 सीटें मिली हैं. महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल नौ नवंबर को खत्म हो रहा है.