
शिवसेना नेता ने कहा कि सीटों के बंटवारे के दौरान बीजेपी ने हमें कम सीटें दीं. 25 सीटों पर जीतने की संभावना काफी कम थी. 32 सीटों पर बीजेपी के बागियों ने ही हमें हराया. ये कैसा गठबंधन हुआ. वो हो सकता है कि अपनी बात भूल गए हों लेकिन हमें याद है, हमें बराबरी चाहिए.
मुंबई. शिवसेना (Shiv Sena) के वरिष्ठ नेता और सामना (Saamna) के कार्यकारी संपादक संजय (Sanjay Raut) राउत ने एक बार फिर बीजेपी (BJP) और खासकर देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) पर तीखा प्रहार किया है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 (Maharashtra Assembly Election 2019) के परिणाम के 13वें दिन राउत ने कहा कि शिवसेना को देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री के तौर पर किसी भी हाल में स्वीकार नहीं हैं. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, हां, यह जरूर है कि वो (देवेंद्र फडणवीस) चाहें तो कल ही डिप्टी सीएम बन सकते हैं. उन्होंने फडणवीस पर आरोप लगाते हुए कहा कि लंबे समय से हम लोग विरोध झेल रहे हैं लेकिन हमें खत्म करने की बात बोलने वाला कोई नहीं मिला. इन्हें शिवसेना को खत्म करना है, अपने विरोधियों समेत मित्रों को भी खत्म करना है. खुद की ही पार्टी में चुनौती दे रहे नेताओं को खत्म करना है. राउत ने कहा कि अहंकारी का अहंकार खत्म करने का यह सही समय है.
ये कैसा गठबंधन
एक साक्षात्कार में संजय राउत ने कहा कि सीटों के बंटवारे के दौरान बीजेपी ने हमें कम सीटें दीं. 25 सीटों पर जीतने की संभावना काफी कम थी. 32 सीटों पर बीजेपी के बागियों ने ही हमें हराया. ये कैसा गठबंधन हुआ. वो हो सकता है कि अपनी बात भूल गए हों लेकिन हमें याद है, हमें बराबरी चाहिए.
शरद पवार महत्वपूर्ण फैक्टर
शरद पवार को महाराष्ट्र की राजनीति का महत्वपूर्ण फैक्टर बताते हुए संजय राउत ने कहा कि पवार से बैठक क्यों नहीं होनी चाहिए. उनके पास कितने विधायक हैं यह बात नहीं है. बात है कि पवार के बिना सूबे की राजनीति की कल्पना नहीं की जा सकती है. उन्होंने इस दौरान कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (सीएमपी) का जिक्र करते हुए कहा कि यह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ओर से ही दिया गया था. राज्य में राष्ट्रपति शासन की जगह पर विपरीत विचारों की पार्टियों को भी साथ में लाया जा सकता है.
गुरुवार को शिवसेना विधायक दल की बैठक
इस बीच शिवसेना ने गुरुवार सुबह साढ़े 11 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है. सामना में एक लेख के माध्यम से पार्टी के विधायकों की खरीद-फरोख्त की भी बात कही है. कहा गया है कि विधायकों को लालच दिया जा रहा है. वहीं खबर है कि गुरुवार को ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मुलाकात करेंगे. इसके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने राजभवन जाएंगे.