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आज खुलेगा करतारपुर गलियारा, पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाएंगे PM मोदी

Kartarpur Corridor: शुक्रवार को डेरा बाबा नानक तथा सुल्तानपुर लोधी में गुरू नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के पांच दिवसीय समारोह शुरू हो गये जो 12 नवंबर तक चलेंगे.

डेरा बाबा नानक (पंजाब). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) करतारपुर (Kartarpur Corridor) गलियारे के रास्ते पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले 500 से अधिक भारतीय तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को शनिवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.

पाकिस्तान के पंजाब में नारोवाल जिले में करतारपुर तक जाने वाले कॉरिडोर को गुरू नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर शनिवार को खोला जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर यात्री टर्मिनल भवन का भी उद्घाटन करेंगे जिसे एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) भी कहा जाएगा.

तीर्थयात्री 4.5 किलोमीटर लंबे नवनिर्मित कॉरिडोर से जाने के लिए यहीं से मंजूरी प्राप्त करेंगे, जो भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को करतारपुर स्थित दरबार साहिब से जोड़ेगा. प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उद्घाटन समारोह से पहले मोदी सुल्तानपुर लोधी में बेर साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकेंगे.

बाद में वह डेरा बाबा नानक में एक सार्वजनिक समारोह में हिस्सा लेंगे. आईसीपी की जांच चौकी के उद्घाटन से भारतीय तीर्थयात्रियों को करतारपुर साहिब जाने में सुविधा होगी.

बयान के अनुसार भारत ने 24 अक्टूबर को डेरा बाबा नानक में अंतरराष्ट्रीय सीमा के ‘जीरो प्वाइंट’ पर कॉरिडोर के परिचालन के तौर-तरीकों पर 24 अक्टूबर को पड़ोसी देश के साथ करार किया था.

करतारपुर जाने वाले पहले जत्थे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल तथा नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हैं.

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य और पंजाब के सभी 117 विधायक और सांसद भी इस जत्थे में शामिल होंगे. पंजाब सरकार के मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह ने कहा कि पहले जत्थे के सभी सदस्यों को सुबह 10 बजे तक पहुंचने को कहा गया है.

अत्याधुनिक यात्री टर्मिनल भवन का निर्माण 18 एकड़ भूमि पर किया गया है. इसकी डिजाइन सिख धर्म के प्रतीक माने जाने वाले ‘खंडा’ से प्रेरित है. पूरी तरह वातानुकूलित इमारत हवाई अड्डे की तरह दिखती है जिसमें एक दिन में करीब 5000 तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए 50 से अधिक आव्रजन काउंटर होंगे.

यहां वाशरूम, बच्चों की देखभाल के लिए स्थान, प्राथमिक चिकित्सा सुविधा, प्रार्थना कक्ष समेत अनेक सुविधाएं होंगी. इस जगह 300 फुट ऊंचाई पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया है.

एसजीपीसी की पूर्व प्रमुख और समारोहों की प्रभारी जागीर कौर ने बताया कि मोदी गुरुद्वारा बेर साहिब में मत्था टेकेंगे. इस मौके पर एसजीपीसी उन्हें सिरोपा प्रदान करेगी. कौर ने बताया कि लुधियाना की एक साइकल कंपनी शहर में घूमने के लिए श्रद्धालुओं को निशुल्क साइकल भी उपलब्ध करा रही है.

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रिपोर्ट- आवाज प्लस डेस्क

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