
लखनऊ। काफी समय से चल रहा एक संवेदनशील विवाद अयोध्या केस का अखिरकार आज अन्तः हो ही गया, आज सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ऑफ इंडियाए रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की पीठ ने फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन को रामलला विराजमान को देने का व द्वितीय पक्ष सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में कहीं भी पांच एकड़ जमीन मुहैया कराये ताने का आदेश दिया।
उपरोक्त फैसले के मद्देनजर आईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार के अनुसार विशेष तौर पर सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है। फैसले को लेकर किसी तरह की अफवाह को रोकने के लिए डिजिटल वालंटियर और क्षेत्र के संभ्रांत लोगों की मदद ली जाएगी। साथ ही अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पिछले 15 दिनों में ही सोशल मीडिया पर माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले 150 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। 20 से अधिक लोगों को आईटी एक्ट व अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। आगे भी कोई माहौल खराब करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ रासुका लगाने तक पर भी विचार किया जाएगा।
आज उपरोक्त फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर रखी जा रही विशेष निगरानी टीम के सूचना उपरान्त लखनऊ एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देश पर सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र के नेतृत्व में साइबर क्राइम सेल ने भड़काऊ पोस्ट करने वाला रमेश पाल को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया।