
शाहजहाँपुर युवा महोत्सव में कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। इवेंट के क्षेत्र में अपनी बादशाहत कायम कर चुके नरेंद्र सक्सेना इस महोत्सव का दशकों से भव्य आयोजन कराते आ रहे हैं। कार्यक्रम के पहले सत्र की शुरुआत उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (शिकायत प्रकोष्ठ) महेंद्र मोदी ने दीप प्रज्वलन से की। इसके बाद जल संरक्षण पर गोष्ठी एवम अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ।
देश भर से दूर दूर से आये कवियों ने समा बांध दिया। सूरत से आईं कवियत्री सोनल जैन ने सरस्वती वंदना से शुरुआत की। अमित त्यागी ने अटल जी की को काव्यात्मक श्रद्धांजलि दी। वो जी भर जिया, वो कभी न मरा। वो लौट कर आयेगा, जो कभी न मरा। आंखों की अंजुरी में अब एक संकल्प है भरा, वो लौटकर आएगा, जो कूच से न डरा। सुधीर हिंदुस्तानी ने गुनगुनाया। महंगाई से बदहाली दिन रात बढ़ रही है, सरकार अभी मन्दिर मस्ज़िद पर लड़ रही है। सैनिक दर्शन सिंह ने सैनिकों की ख्वाइश बयान की। मेरी हर सांस बस मेरे वतन के काम आऊं, मेरी हसरत है तिरंगे में लपेटा जाऊं। सरोज मिश्र ने कहा। लो अचानक आंख फड़की दाहिनी ये तो शकुन है। उस हथेली अब हमारे, नाम की मेहंदी रचेगी।
कवि सम्मेलन में विश्वनाथ वर्मा, विवेक बादल, अजीत शुक्ल, अमित वर्मा, अजय अटल, शिवम कुमार, विपिन शर्मा, अरविंद पंडित, अनूप तेजस्वी ने भी काव्य पाठ किया। डॉ अजय अटल ने कवि सम्मेलन का संचालन किया। व्यवस्था में अनूप कुमार पूरी तनमयता से लगे रहे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के वित्त एवम संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के भतीजे चंद्रशेखर खन्ना ‘धीरू’ सपत्नीक उपस्थित रहे। सचिन बाथम अपनी व्यापार मंडल टीम के साथ उपस्थित रहे। अनुजदेव गुप्ता, संजय अग्रवाल, शाहनवाज़ खान, अभिनय गुप्ता, नीतू गुप्ता, ऋषि कपूर, आशीष शर्मा की उपस्थिति कार्यक्रम में चार चांद लगा गयी। नरेंद्र सक्सेना ने सभी लोगों को डिनर पर आमंत्रित किया और इसके बाद खुशनुमा माहौल में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
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