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राज्‍यपाल का शिवसेना को और वक्‍त देने से इनकार, राजभवन ने कहा- आदित्य के पास नहीं था समर्थन पत्र

शिवसेना ने समर्थन देने के मुद्दे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ और अधिक बातचीत करने की बात कही और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से दो दिन का वक्त मांगा.

मुंबई. शिवसेना (Shiv Sena) नेता आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) की अगुवाई में शिवसेना के एक प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से मुलाकात की. शिवसेना ने समर्थन देने के मुद्दे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ और अधिक बातचीत करने की बात कही और राज्यपाल से दो दिन का वक्त मांगा. वहीं राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को और वक्त देने से इनकार कर दिया. वहीं राजभवन की ओर से कहा गया है कि शिवसेना समर्थन का जरूरी पत्र नहीं जमा कर सकी.

राज्यपाल से मिले आदित्य ठाकरे, बोले- हम सरकार बनाने के लिए तैयार
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने सोमवार रात राज भवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार बनाने का उनकी पार्टी का दावा अब भी कायम है क्योंकि दोनों दल शिवसेना नीत सरकार का समर्थन करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गए हैं. हालांकि आदित्य ने कांग्रेस और एनसीपी का नाम नहीं लिया.

आदित्य ने दावा किया कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को संख्याबल जुटाने के लिए और वक्त देने से मना कर दिया. उन्होंने कहा, ‘हमने दोनों दलों से बातचीत शुरू कर दी है. दोनों दलों ने शिवसेना को सैद्धांतिक रूप से समर्थन व्यक्त किया है.’ आदित्य ने कहा, ‘हमने सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने की अपनी इच्छा के बारे में महाराष्ट्र के राज्यपाल को सूचित किया. शिवसेना विधायक पहले ही लिखित में अपना समर्थन जता चुके हैं.’ उन्होंने कहा कि दोनों दलों (एनसीपी तथा कांग्रेस) को उनकी प्रक्रिया पूरी करने के लिए कुछ और दिन चाहिए. आदित्य ने कहा, ‘इसलिए हमने राज्यपाल से और वक्त मांगा था लेकिन उन्होंने देने से मना कर दिया.’

शिवसेना आवश्यक समर्थन पत्र जमा नहीं कर सकी: राजभवन
वहीं, महाराष्ट्र के राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि शिवसेना ने समर्थन पत्र जमा करने के लिए तीन दिन का समय और मांगा था, लेकिन राज्यपाल ने इस अनुरोध को स्वीकार नहीं किया. इसमें कहा गया है कि शिवसेना नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने कोश्यारी से मुलाकात की और सरकार बनाने की इच्छा प्रकट की.

बयान के अनुसार, ”शिवसेना समर्थन का जरूरी पत्र नहीं जमा कर सकी. शिवसेना ने समर्थन पत्र जमा करने के लिए समयसीमा तीन दिन और बढ़ाने का अनुरोध करते हुए पत्र दिया था जो सोमवार शाम 7:30 बजे समाप्त हो गई. राज्यपाल ने और समय देने में असमर्थता प्रकट की.”

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रिपोर्ट- आवाज प्लस डेस्क

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