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कार्तिक पूर्णिमा 2019: भरणी नक्षत्र में स्नान आज, लाखों श्रद्धालु लगाएंगे डुबकी

कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का स्नान आज है। गंगा में डुबकी लगाने के लिए देश के कईं जगहों से श्रद्धालु धर्मनगरी पहुंचे हैं। यह स्नान वर्ष का अंतिम स्नान पर्व है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा का स्नान मुसल योग और भरणी नक्षत्र में हो रहा है।

कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्रमा वर्ष के सबसे तेज प्रकाश से चमकते हैं। मान्यता है कि इस दिन गंगा आदि पवित्र नदियों में स्नान करने से चंद्रमा से हो रही अमृतवृष्टि का लाभ स्नानार्थियों को मिलता है। भरणी नक्षत्र को पूर्णिमा के लिए पवित्र नक्षत्र माना गया है। हर की पैडी आदि गंगा घाटों पर गंगा का यह स्नान तड़के चार बजे से प्रारंभ हो जाएगा।

जहां तक उदयकाल पूर्णिमा का सवाल है, स्नान पूरे दिन होगा। यद्यपि पूर्णिमा तिथि सोमवार की सायंकाल ही लग चुकी है जो आज पूर्णिमा सूर्यास्त के बाद तक बनी रहेगी। कार्तिक पूर्णिमा का स्नान करने के लिए देश के पर्वतीय भागों, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से खासी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हुआ है।

वर्ष के स्नानों का यह सिलसिला इस स्नान के साथ संपन्न हो जाएगा। अब अगला स्नान पर्व नये वर्ष में मकर संक्रांति पर पड़ेगा। सोमवार को ही गुरुनानक देव महाराज का प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर हरिद्वार पुलिस ने तैयारी पूरी कर ली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर अधीनस्थों को विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। हर परिस्थिति से निपटने के लिए मेला क्षेत्र को नौ जोन और 32 सेक्टरों में बांटा गया है। साथ ही एसपी सिटी को मेला क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सोमवार को उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र की कमल दास कुटिया में यातायात पुलिस लाइन में एसएसपी सेंथिल अबुदई ने अधीनस्थों के साथ बैठक की। इस दौरान अधीनस्थों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर्व का विशेष महत्व होने के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर-प्रदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।

इस बार भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान है। लिहाजा विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। एसएसपी कानून व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, पार्किंग व्यवस्था एवं डायवर्जन को लेकर एक्सरसाइज कर लेने के निर्देश दिए हैं।

वार की शाम को उस एरिया में बैरिकेडिंग करते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती भी कर दी गई। एसएसपी ने सिखों के हरकी पैड़ी कूच करने को लेकर चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। शहर से सटे देहात क्षेत्रों एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है।

वहीं ज्ञान गोदड़ी प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते बवाल की स्थिति पैदा न होने की हिदायत दी। कहा कि विवादित स्थान पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम भी किए जाए। हरकी पैड़ी, मनसा देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर समेत अन्य धार्मिक स्थलों पर सघन चेकिंग की जाती रहे।

हरकी पैड़ी क्षेत्र के पुलों पर श्रद्धालुओं को बैठने न दिया जाए और सीसीटीवी कैमरों से पूरे मेला क्षेत्र में निगाह रखी जाए। कहा कि ध्यान रहे कि आमजन की भावना बिलकुल भी आहत नहीं होनी चाहिए। इस दौरान पुलिस के आला अफसर, एसओ इंस्पेक्टर मौजूद रहे।

नौ सीओ, 18 एसओ इंस्पेक्टर, 56 पुरुष एसआई, 16 महिला एसआई, 44 हेड कांस्टेबल, 245 पुरुष कांस्टेबल, 55 महिला कांस्टेबल, तीन एसआई यातायात, आठ हेड कांस्टेबल, 48 यातायात कांस्टेबल, तीन टीम जल पुलिस, 14 बम स्क्वॉयड के कर्मचारी, चार कंपनी एवं डेढ़ सेक्शन पीएसी तैनात रहेगी।

ज्ञान गोदड़ी के मसले को भी विवादित स्थल (भारत स्काउट एवं गाइड कार्यालय) को एक अलग जोन बनाया गया है। सीओ स्तर के अधिकारी को जोन की जिम्मेदारी दी गई है।

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रिपोर्ट- आवाज प्लस डेस्क

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