
नई दिल्ली। 9 नवंबर को आए सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या फैसले को लेकर मुस्लिम नेताओं ने मस्जिद के लिए 67 एकड़ जमीन में से 5 एकड़ की मांग की है। मामले को लेकर मुस्लिम संगठनों और नेताओं का कहना है कि उन्हें मस्जिद बनाने के लिए रामजन्मभूमि में से 5 एकड़ हिस्सा दिया जाना चाहिए।
मालूम हो बीते शनिवार को अयोध्या के राममंदिर- बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था। फैसले में विवादित जमीन रामलीला को दी गई है। वहीं एक और मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ जमीन दी गई है। सर्वोच्च अदालत के इस फैसले को लेकर मुस्लिम नेताओं और संगठनों ने मांग की है कि उन्हें मस्जिद के लिए जमीन सरकार द्वारा अधिगृहित 67 एकड़ जमीन में ही दी जानी चाहिए।
फैसले पर इकबाल अंसारी का कहना है कि उन्हें अयोध्या में राम मंदिर के नजदीक में ही मस्जिद के लिए जगह दी जानी चाहिए। उन्होंने अपनी बात पर जोर डालते हुए कहा कि सरकार उन्हें जल्द ही बताए कि मस्जिद के लिए जमीन कहां देगी।
वर्षों से चल रहा रामजन्मभूमि विवाद अब अयोध्या के परमहंस वार्ड में है। जिसके पार्षद हाजी असद हैं, उन्होंने भी स्पष्ट रूप से मांग की है कि सरकार के पास जो 67 एकड़ अधिगृहित जमीन है, उसी में से मस्जिद बनाने के लिए जमीन दे दी जाए।