राजनीति

झारखंड में बीजेपी-AJSU का गठबंधन टूटा! AJSU के रुख से अमित शाह नाराज़

आजसू (AJSU) 17 सीटों की मांग को लेकर अड़ी थी, लेकिन बीजेपी (BJP) उसे 10 से ज्यादा देने को तैयार नहीं थी. दिल्ली में गुरुवार को अमित शाह (Amit Shah) के साथ प्रदेश चुनाव प्रभारी ओम माथुर की बैठक हुई. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया गया.

रांची. झारखंड में बीजेपी (BJP)-आजसू (AJSU) का गठबंधन टूट (BJP-AJSU Alliance) गया है. सीट शेयरिंग (Seat Sharing) के पेंच में फंसकर दोनों पार्टियों के बीच का ये गठबंधन टूटा (Coalition Break) है. दरअसल आजसू 17 सीटों पर अड़ी थी, लेकिन बीजेपी उसे 10 से ज्यादा देने को तैयार नहीं थी. दिल्ली में गुरुवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के साथ प्रदेश चुनाव प्रभारी ओम माथुर की बैठक हुई. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया गया. जानकारी के मुताबिक अमित शाह आजसू के पल-पल बदलते रूख से नाराज थे. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास (CM Raghuvar Das) रांची में कुछ देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका ऐलान कर सकते हैं.

इससे पहले सोमवार को आजसू के अध्यक्ष सुदेश महतो ने प्रेसवार्ता कर बीजेपी को गठबंधन पर स्थिति साफ करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन पर बातचीत जारी थी कि इस दौरान बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. पहले बीजेपी ने लिस्ट निकाली, जिसके बाद हमने भी अपनी जारी की. उन्होंने कहा कि मैंने 17 सीटों की सूची बीजेपी नेतृत्व को सौंपी, जिसपर बीजेपी नेतृत्व को फैसला लेना है.

कुछ सीटों को लेकर बीजेपी-AJSU के गठबंधन में गांठ पड़ गई

बता दें कि अभी तक बीजेपी ने 53 और आजसू ने 13 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया है. इनमें से सिमरिया, सिंदरी, मांडू, चक्रधरपुर, लोहरदगा, चंदनकियारी और छतरपुर पर दोनों के प्रत्याशी चुनाव मैदान हैं. चक्रधरपुर सीट से बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा मैदान में हैं. यहां आजसू ने उनके खिलाफ रामलाल मुंडा को मैदान में उतारा है. जानकारी के मुताबिक इन्हीं सीटों को लेकर गठबंधन में गांठ पड़ गई. दोनों दल इन सीटों पर अपनी-अपनी दावेदारी से पीछे नहीं हट रहे.

उधर, एनडीए में शामिल बीजेपी की एक अन्य सहयोगी लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) हर हाल में जरमुंडी सीट अपने लिए चाहती थी, लेकिन बीजेपी ने वहां भी अपना उम्मीदवार उतार दिया. जिसके बाद एलजेपी ने भी झारखंड चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया. इस साल हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी-आजसू गठबंधन के तहत मैदान में उतरे थे. और सूबे की कुल 14 सीटों में 13 पर जीत हासिल की थी. 12 पर बीजेपी और एक सीट गिरिडीह में आजसू को जीत हासिल हुई थी. लेकिन विधानसभा चुनाव में ये गठबंधन आगे नहीं बढ़ पाया. 2014 के चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन में आजसू ने आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से पांच पर उसे जीत मिली थी.

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रिपोर्ट- आवाज प्लस डेस्क

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