उत्तर प्रदेशबड़ी खबर

यूपीसीडा के कब्जे का विरोध कर रहे किसानों ने यूपीसीडा प्लांट में लगाई आग

ट्रांसगंगा सिटी के लिए यूपीसीडा (उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण) अधिग्रहित 1144 एकड़ भूमि पर यूपीसीडा के कब्जे का विरोध कर रहे किसानों और पुलिस के बीच जमकर बवालहो रहा है। शनिवार को ट्रांस गंगा सिटी से खदेड़ दिए जाने के बाद गुस्साए किसानों ने रविवार कि सुबह करीब 11:00 बजे यूपीसीडा के गोदाम में आग लगा दिया। आग से उठती लपटों को देख गांव में दहशत फैल गई। पुलिस को जैसे ही मामले की जानकारी हुई दो फायर ब्रिगेड के वाहन आग बुझाने में लग गए। आग की चपेट में आने से लाखों रुपए की प्लास्टिक की पाइप जलकर राख हो गई।

मौके पर पहुंचे एडीएम राकेश सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने डीजल पेट्रोल डालकर पाइप को जला दिया है। आग पर काबू काफी हद तक पा लिया गया है। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। आगजनी करने वाले परियों पर रिपोर्ट दर्ज किया जाएगा।

बता दें कि शनिवार को उन्नाव के गंगा बैराज रोड स्थित ट्रांसगंगा सिटी में काम कराने पहुंची प्रशासन और यूपीसीडा की टीम पर किसानों ने हमला बोल दिया। पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया तो उग्र ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। पथराव में एएसपी एएसपी विनोद पांडेय, सीओ अंजनी कुमार राय समेत 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। जवाब में पुलिस के लाठीचार्ज में 50 से ज्यादा ग्रामीण घायल हो गए। शाम को ग्रामीणों ने फिर दबाव बनाने की कोशिश की, तो पुलिस ने हवाई फायरिंग कर स्थिति संभाली।

यूपीसीडा के अधिकारी व चीफ इंजीनियर सुबह ट्रांसगंगा सिटी में काम कराने पहुंचे थे, इस पर किसानों ने उनकी पिटाई की और पथराव शुरू कर दिया। पथराव में जेसीबी मशीन और कार क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। तनाव के बीच कुछ देर काम हुआ, लेकिन दोपहर बाद सैकड़ों किसान और ग्रामीण फिर काम रुकवाने पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो धक्का देते हुए भीड़ आगे बढ़ने लगे।

पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनन से पानी की बौछार मारी। विरोध में भीड़ पथराव करने लगी तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को ट्रांसगंगा सिटी से खदेड़ दिया। इसमें कई ग्रामीणों के हाथ-पैर टूट गए और उनकी दो दर्जन बाइकें और एक कार क्षतिग्रस्त हो गई। शाम करीब चार बजे को ग्रामीणों ने फिर दबाव बनाने की कोशिश की तो पुलिस ने हवाई फायरिंग कर की जिससे दहशतजदा ग्रामीण पीछे हट गए।

This Reports by

Show More

रिपोर्ट- आवाज प्लस डेस्क

हम सब जानते है कि मीडिया संविधान का चौथा स्तंभ है। अतः हमने अपने देश और या इसके लोगों अपनी जिम्मेदारियों या कर्त्तव्यों को समझना चाहिये। मीडिया व्यक्ति विशेष एवं संगठन के रूप में समाज में क्रांति तथा जन जागरण का प्रतीक है। इसलिये हमें ये समझना होगा की हम पर कितनी बड़ी जिम्मेदारी है और हमें किस लिये कार्य करना है। AWAZ PLUS में हम यही करने की कोशिश कर रहे है और बिना एक अच्छी टीम और टीम के सदस्यों के बिना ये संभव नहीं है। अतः मैं गुजारिश करूंगा कि बेहतरी के लिए हमारे साथ शामिल हो। आप सभी को मेरी शुभकामनाएँ !!

Related Articles

Back to top button