
इटावा में प्रतिसार निरीक्षक से नाराजगी जताकर दौड़ लगाने वाले दरोगा को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने निलंबित कर दिया है। दरोगा पर यह गाज अनुशासनहीनता बरतने और ड्यूटी से गायब रहने पर गिरी है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने बताया कि दरोगा पर सोशल मीडिया के जरिये प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रति अनर्गल टिप्पणी करने का भी आरोप है।
सभी आरोपों को लेकर दरोगा के खिलाफ सीओ भरथना विभागीय जांच कर रहे हैं। मऊ जिले के थाना हलधर के सहूवारी गांव निवासी दरोगा विजय प्रताप को गत शुक्रवार रात एसएसपी ने निलंबित कर दिया। जिले के बिठौली थाने में तैनात दरोगा ने शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे पुलिस लाइन से हनुमंतपुरा तक करीब 60 किमी दौड़ लगाकर सनसनी फैला दी थी।
दौड़ लगाने के पीछे उसने प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) से अपनी नाराजगी जताई थी। इसके साथ यह भी वजह सामने आ रही है कि दरोगा बीहड़ के थाने में पोस्टिंग को लेकर नाराज था। मामले ने तूल पकड़ा और दरोगा के खिलाफ न सिर्फ विभागीय जांच शुरू हो गई बल्कि अनुशासनहीनता और ड्यूटी से गायब रहने के आरोप में उसे निलंबित कर दिया गया।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ओमवीर सिंह ने दरोगा विजय प्रताप के आचरण को पुलिस जैसे अनुशासित बल के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि दरोगा पर इस मामले से पूर्व भी आम लोगों व जनप्रतिनिधियों के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगे हैं। सोशल मीडिया पर दरोगा के राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वीडियो अपलोड हुए हैं।
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के विरुद्ध भी यह दरोगा टिप्पणियां लिखते रहे हैं। एएसपी ग्रामीण ने बताया कि इन शिकायतों के आधार पर एसएसपी ने दरोगा से स्पष्टीकरण मांगा था। इस पर दरोगा ने लिखित माफी मांगी थी और कार्य करने का मौका दिए जाने का आग्रह किया था। इसके बावजूद दरोगा की ड्यूटी से गायब रहने की आदत बनी रही। इस प्रकरण में बिठौली थाना से अनुपस्थित रहने के कारण दरोगा की पुलिस लाइन में आमद कराई गई थी। एएसपी ने कहा कि दरोगा विजय प्रताप को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ सीओ भरथना विभागीय जांच कर रहे हैं।
बीहड़ के थाने में पोस्टिंग नहीं चाहता था दरोगा
दरोगा विजय प्रताप सिंह बीहड़ी क्षेत्र के बिठौली थाना में तैनाती नहीं चाहता था। वह किसी अन्य थाने में पोस्टिंग चाहता था। पुलिस लाइन से जब उसे पुन: बिठौली थाना में ही तैनाती का आदेश मिला तो उसने नाराजगी जाहिर करने के लिए पुलिस लाइन से बिठौली थाने तक की दौड़ लगाई। दरोगा विजय प्रताप ने बताया कि बिठौली थाना प्रभारी से उसके वैचारिक मतभेद भी हो गए थे। इसलिए वह पुन: बीहड़ के इस थाने में नहीं जाना चाहता था।