
नोएडा [कुंदन तिवारी]। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सफर करने वाले दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों के लिए जल्द ही मेट्रो के जरिये सफर करना आसान हो जाएगा। दरअसल, नोएडा मेट्रो रेल निगम (Noida Metro Rail Corporation) नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन मेट्रो (Aqua Line) का विस्तार सेक्टर-71 से नॉलेज पार्क-5 तक करने जा रही है। NMRC अधिकारियों के मुताबिक, मेट्रो का यह विस्तार दो चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा सेक्टर-2 तक का निर्माण होगा, वहीं दूसरे फेज में ग्रेटर नोएडा सेक्टर-2 से नॉलेज पार्क-5 तक विस्तार होगा।
पहले फेज के लिए प्रदेश सरकार से अनुमति नवंबर के अंतिम सप्ताह में या दिसंबर के प्रथम सप्ताह में मिलने वाली है। प्रदेश सरकार ने कैबिनेट में परियोजना को मंजूरी देने के लिए एनएमआरसी से कैबिनेट नोट्स मांगे थे, जिन्हें एनएमआरसी प्रबंधन ने जारी कर दिया है। मंजूरी मिलते ही तीन माह में निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। ढाई साल में सिविल कार्य पूरा किया जाएगा।
जानकारों की मानें तो पहले फेज के निर्माण में 1,064 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस परियोजना पर तीन लाख से अधिक आबादी को फायदा होगा। एनएमआरसी सेक्टर-71 से ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5, ग्रेटर डिपो से बोड़ाकी, नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन स्थित नोएडा सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो तक का विस्तार करेगी। इसमें पहले फेज में सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा सेक्टर-2 तक विस्तार किया जाएगा।
वहीं, इस मुद्दे पर पीडी उपाध्याय (कार्यकारी निदेशक, एनएमआरसी) ने बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन के विस्तार के लिए ग्रेटर नोएडा एक्सटेंशन की ओर जाने वाली मेट्रो का दो फेज में काम पूरा करने के लिए कैबिनेट नोट्स मांगा गया था। इसे शासन के पास भेज दिया गया है।
यहां पर बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मेट्रो विस्तार से दिल्ली के साथ गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम के लोगों को भी फायद होगा। इससे मेट्रो यात्री ग्रेटर नोएडा तक बिना ऑटो-बस सेवा लिए जा सकेंगे।
गौरतलब हैकि नोएडा मेट्रो रेल निगम नोएडा और ग्रेटर नोएडा में दो नए प्रस्तावित रूट (नोएडा सेक्टर-142 से बॉटेनिक गार्डन और ग्रेटर नोएडा स्थित एक्वा लाइन डिपो से बोड़ाकी रेलवे स्टेशन तक) पर लाइट मेट्रो (Light Metro) का संचालन करेगी। दोनों रूटों पर टेक्नो इक्नॉमिक फिजिबिलिटी रिपोर्ट (Techno Economic Feasibility Report) तैयार करने का काम शुरू हो गया है। इससे न केवल 50 फीसद खर्च कम हो जाएगा, बल्कि समय भी कम लगेगा। दिल्ली में तो लाइट मेट्रो के तहत ट्रैक का निर्माण भी शुरू कर दिया गया है।