देशबड़ी खबर

महाराष्ट्र में तड़के 5:47 बजे हटाया गया राष्ट्रपति शासन, मचा सियासी भूचाल

महाराष्ट्र में शनिवार तड़के पांच बजकर 47 मिनट पर राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के बाद बीजेपी-एनसीपी सरकार ने प्रभार संभाला। गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार सुबह राष्ट्रपति शासन को समाप्त करने की घोषणा की।

नयी दिल्ली: महाराष्ट्र में शनिवार तड़के पांच बजकर 47 मिनट पर राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के बाद बीजेपी-एनसीपी सरकार ने प्रभार संभाला। गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार सुबह राष्ट्रपति शासन को समाप्त करने की घोषणा की। इस आशय का राज-पत्र केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने सुबह पांच बजकर 47 मिनट पर जारी किया। राष्ट्रपति शासन हटने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के देवेंद्र फड़णवीस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार ने महाराष्ट्र के क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

बता दें कि शनिवार सुबह 8 बजे तक शायद ही किसी को अंदाजा रहा होगा कि महाराष्ट्र की राजनीति यूं करवट लेगी। शुक्रवार देर रात तक यह लगभग तय हो गया था कि शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र की नई सरकार के गठन का ऐलान कर दिया जाएगा। लेकिन सुबह देवेंद्र फडणवीस को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी और ठाकरे की उम्मीदों पर पानी फिर गया। नई सरकार में अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने हैं।

उपमुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा कि “24 अक्टूबर को रिजल्ट आया। तब से अभी तक कोई भी सरकार बना नहीं सका। महाराष्ट्र में कई परेशानियां हैं, ज्यादा तो किसानों की परेशानियां हैं। वो हल करने के लिए लोगों द्वारा चुनी गई सरकार आती है तो उससे निर्णय जल्द लिए जा सकते हैं। इसीलिए हमने ये फैसला किया (बीजेपी के साथ सरकार बनाने का)।”

हालांकि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा था कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन को लेकर सहमति बन गई है और महाराष्ट्र की नई सरकार का नेतृत्व उद्धव ठाकरे करेंगे। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद उन्होंने यह ऐलान किया था लेकिन शनिवार की सुबह तक शरद पवार के इस ऐलान के उलट एनसीपी और बीजेपी ने सरकार बना ली।

This Reports by

Show More

रिपोर्ट- आवाज प्लस डेस्क

हम सब जानते है कि मीडिया संविधान का चौथा स्तंभ है। अतः हमने अपने देश और या इसके लोगों अपनी जिम्मेदारियों या कर्त्तव्यों को समझना चाहिये। मीडिया व्यक्ति विशेष एवं संगठन के रूप में समाज में क्रांति तथा जन जागरण का प्रतीक है। इसलिये हमें ये समझना होगा की हम पर कितनी बड़ी जिम्मेदारी है और हमें किस लिये कार्य करना है। AWAZ PLUS में हम यही करने की कोशिश कर रहे है और बिना एक अच्छी टीम और टीम के सदस्यों के बिना ये संभव नहीं है। अतः मैं गुजारिश करूंगा कि बेहतरी के लिए हमारे साथ शामिल हो। आप सभी को मेरी शुभकामनाएँ !!

Related Articles

Back to top button
error: you are fool !!