
लखनऊ। जैसा कि सर्वविदित है कि आवाज प्लस के सम्पादक संजीव श्रीवास्तव को कुछ पूर्व सहयोगीयों द्वारा साथ न कार्य करने के एवज में सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए फेसबुक पर एक पेज बना कर आप्पतिजनक तरीके से फ्राड शब्द को सम्बोन्धित करते हुए बदनाम करने की साजिश कर रहे है। हाॅलाकि किसी के पोस्ट करने से आवाज प्लस समाज के निगाह में कोई गलत नहीं हो जायेगा, उपरोक्त पोस्ट से कोई गलत व्यक्ति सही नहीं हो जायेगा और न ही कोई सही व्यक्ति गलत हो जायेगा।
ज्ञात हो कि उपरोक्त बदनाम करने की साजिश रखने वाले अरविन्द गुप्ता, जो कि आवाजप्लस न्यूज नेटवर्क के निदेशक भी है। कम्पनी गठन के उपरान्त कुछ रूपये को लेकर हो चुके अनबन के कारण आवाज प्लस के सम्पादक ने अरविन्द गुप्ता के साथ काम करने के इंकार कर दिया था, इसके उपरान्त सम्पादक संजीव श्रीवास्तव ने उपरोक्त कम्पनी के पंजीकरण सम्बन्धित दस्तावेज भी मांगा, लेकिन आज तक कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया।
पूर्व में एक साथ कार्य करने के दौरान अरविन्द गुप्ता व शुभम राय से व्यवसाय संबंधित कुछ लेनदेन भी रहा, जिसे वह प्राप्त कर के भी अब इससे इंकार कर रहा है।
आपको बता दे कि अरविन्द गुप्ता, प्राइम प्लाजा में आर0 ए0 इण्डिया डाक्यूमेन्शन कम्पनी में एकउंट सम्बन्धित व्यवसाय करते है, जबकि इनके सहयोगी शुभम राय टी0 आर0 एस0 कारपोरेशन नामक कम्पनी की आड़ में बेरोजगारों से दोना पत्ता का अपना व्यवसाय स्टार्ट कराने में व उसके मशीन खरीदवाने के नाम पर चूना लगाते है।
अरविन्द गुप्ता ने इस सन्दर्भ में कई वार समाज में बदनाम करने के धमकी देते हुए ब्लैकमेल भी किया, लेकिन दाल गलती न देख आखिरकार अपने सहयोगी शुभम राय के मदद से फेसबुक पर एक पेज बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट कर दी, जिसका लिंक नीचे दिया है।
हांलाकि आवाज प्लस यह दावा नहीं करता कि उपरोक्त पेज के फर्जी पेज के एडमिन उपरोक्त दोनों है, क्यों कि साइबर सेल इसकी जॉच कर रहा है, लेकिन जिस प्रकार सोशल मीडिया पर इन दोनों ने शेयर किया है और उपरोक्त पेज में जो नम्बर दिया गया है, वह नम्बर का प्रयोग बैनर के लिए नहीं किया जाता था, यह वह नम्बर है, जो कम्पनी पंजीकृत के समय इन दोनो के पास था। नम्बर वहीं होना व महत्वपूर्ण विषय कि वर्तमान कार्यालय के बारे में पता न होना, यह सब शक के दायरे में लाता है।
कम्पनी के पंजीकरण सम्बन्धित लिंक
https://zaubacorp.com/company/AWAZPLUS-NEWS-NETWORK-PRIVATE-LIMITED/U93000UP2019PTC117947

आवाज प्लस जन्द ही इनके कार्यनामों का खुलासा करेगा, ताकि यह या इनके सहयोगी फिर किसी को इस तरह ब्लैकमेल न कर सके, इसके पूर्व में भी इनके कई मामले धोखाधड़ी के आये है, जिसका खुलासा इनकी तरह गुमनामी पोस्ट न करके विभिन्न समाचार पत्रों व चैनलों के माघ्यम से करेगें।
फेसबुक पर एक पेज बना कर आप्पतिजनक पोस्ट
ऊपर में आप स्वयं देखा कि इस धोखेबाज ने ईमेल तक स्वयं का अपना रखा है, ताकि कोई भी अपटेड की जानकारी हमको न मिल सके। इस तरह का कार्य में फसने वाले मैं पहला व्यक्ति नहीं हूं, न जाने कितने लोगों को इस तरह का शिकार बना रखा है।
हमारा उद्देश्य कोई सफाई देना नहीं, बल्कि हकीकत सामने लाना है, ताकि अन्य कोई इनके चुंगल में न फस सके।
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