
उन्नाव: उन्नाव दुष्कर्म (Unnao case) पीड़िता का अंतिम संस्कार रविवार को (आज) होगा. उसके पार्थिव शरीर को कड़ी सुरक्षा के बीच गांव में दफनाया जाएगा. मृतका के अंतिम संस्कार से पहले पुलिस ने गांव में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं. इस दौरान मौके पर मौजूद एसपी ने पीड़िता की परिवार के प्रति शर्मनाक व्यवहार किया.
रविवार की सुबह, पीड़िता की बहन ने कहा कि वह चाहती हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दफन प्रक्रिया शुरू होने से पहले उनसे मिलें और मीडिया के सामने आकर बोल दें कि जान के बदले जान लेंगे. इसको लेकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने परिवार को समझाया कि यह फैसला कोर्ट में जज देंगे.
इस पर पीड़िता की बहन प्रतिप्रश्न करते हुए बोलीं, ”पीड़िता मरने से पहले आरोपियों के खिलाफ अपने बयान देकर गई है और सभी प्रमाण सामने हैं.” मीडिया के सामने यह सुनकर उन्नाव एसपी विक्रांत वीर कहते हैं, ”आप अंदर चलो, आराम से बैठकर बात करेंगे.” जब पीड़िता की बहन इससे इनकार करती है तो एसपी भड़क जाते हैं और पूछते हैं, ”फिल्म बनवानी है तो बताओ?”
गौरतलब है कि गुरुवार (5 दिसंबर, 2019) को युवती दुष्कर्म के मामले में पैरोकारी के लिए रायबरेली जा रही थी. तभी कुछ लोगों ने उसपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग के हवाले कर दिया. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार रात 11.40 बजे उसकी मौत हो गई. पीड़िता के शव को शनिवार रात उसके गांव हिंदूपुर लाया गया.
पीड़िता के भाई ने कहा, “हम उसे जमीन के एक भूखंड में दफनाएंगे जो गांव के बाहरी इलाके में परिवार का है. जैसा कि वह काफी हद तक जल चुकी थी और उसके शरीर में लगभग कुछ भी नहीं बचा है. हम यहां उसके लिए एक स्मारक बनाने की कोशिश करेंगे.”
परिवार के अनुसार, अविवाहित लड़कियों का अंतिम संस्कार नहीं किया जाता, बल्कि उनके समुदाय में दफनाया जाता है. भाई ने कहा कि वे पुणे से कुछ रिश्तेदारों के आने का इंतजार कर रहे थे और उसके बाद मृतका को दफनाया जाएगा.