
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के सभी 19 जिलों में उपभोक्ताओं के यहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की व्यवस्था शुरू की जा रही है, जिससे उपभोक्ता के बिलिंग संबंधित समस्याओं का निराकरण किया जा सके। इस योजना में 150 नए विद्युत उप केंद्रों का निर्माण कार्य कराने की योजना है। उपकेंद्रों के निर्माण से निगम से उपभोक्ताओं की लोग बोल्टेज एवं रोस्टिंग की समस्या को खत्म करने में सफलता मिलेगी……. यह जानकारी मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक अनिल धींगरा ने बुधवार को मध्यांचल के मुख्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की क्या योजना है, पढ़िये, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक अनिल धींगरा द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में…….
लखनऊ को बिजली के संदर्भ में आदर्श शहर बनाने के लिए लेसा राजधानी में तारों का मकड़जाल खत्म करेगा शहर के अधिकांश स्थानों पर तारों के मकड़जाल का कारण इंटरनेट कंपनियां है।
प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि ….
- विभाग की हेल्पलाइन नंबर 1912 गांव की समस्याओं के निराकरण के लिए 90 कर्मचारी तैनात रहते हैं, प्रत्येक मंगलवार को प्रबंध निदेशक स्वयं मुख्यालय पर जन सुनवाई करते हैं।
- मध्यांचल में रिवैम्पड योजना में लगेगें 79 लाख प्रीपेड स्मार्ट मीटर, 150 नये विद्युत उपकेन्द्रों का होगा निर्माण
- लखनऊ शहर में खत्म होगा तारों का मकड़ जाल
- 1912 पर उपभोक्ताओं की समस्याओं का होगा तत्काल निराकरण
- सम्भव पोर्टल के अन्तर्गत जन सुनवाई में हो रहा उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित निराकरण
- लखनऊ में बिजली के तारों को किया जा जायेगा अन्डर ग्राउन्ड
- प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए विभाग कर रहा तैयारी
प्रेस कॉफ्रेंन्स में मुख्य रूप से भारत सरकार की महत्वाकांक्षी रिवैम्पड योजना के अन्तर्गत प्रस्तावित कार्य, लखनऊ शहर की विद्युत व्यवस्था, 1912 कस्टमर केयर सेन्टर की गतिविधियों, विद्युत चोरी को रोकने के लिए चलाए जा रहे कार्यो, लेसा को आदर्श शहर बनाने हेतु होने वाले कार्य, ऊर्जा मंत्री के सम्भव पोर्टल के अन्तर्गत होने वाली जन सुनवाई से सम्बन्धित कार्यवाही, लखनऊ में अन्डर ग्राउन्ड केबिलिंग के कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करने सम्बन्धी मुद्दों पर मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा अपनी समस्या को प्रबन्ध निदेशक मध्यांचल के सम्मुख रखा। मीडिया प्रतिनिधियों के प्रश्नो पर प्रबन्ध निदेशक मध्यांचल द्वारा मीडिया प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया किः-
- रिवैम्पड योजना के अन्तर्गत मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लि0, के विद्युत उपभोक्ताओं के यहां 79 लाख प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगने का कार्य प्रस्तावित है। स्मार्ट प्रीपेड लगने से उपभोक्ताओं को बिलिंग सम्बन्धी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसी योजना में 150 नये विद्युत उपकेन्द्रों का निर्माण कार्य भी कराये जाने की योजना है। उपकेन्द्रों के निर्माण से निगम से उपभोक्ताओं की लो वोल्टेज एवं रोस्टिंग की समस्या को खतम करने में सफलता प्राप्त होगी तथा परिवर्तकों की क्षमता में भी वृद्धि होगी। जिससे निगम विद्युत उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति प्रदान करने में सक्षम होगा तथा राजस्व में आशातीत बढोत्तरी होगी।
- लखनऊ को विद्युत सम्बन्धी मामले में आदर्श शहर बनाने के क्रम में तारों के मकड़ जाल को खतम करने का कार्य प्रमुखता से किया जा रहा है। इसमें अधिकांश स्थानों पर मकड़ जाल का प्रमुख कारण इन्टरनेट एवं टेलीफोन कम्पनियां के है। जिनके विरूद्ध शहर में अभियान चलाकर कार्यवाही की जा रही है। जिसमें कई स्थानो पर उपरोक्त कार्यवाही का सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त हुआ है।
- 1912 पर उपभोक्ताओं की समस्याओं के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया की सेन्टर पर लगभग 90 कर्मचारी 20ग्7 कार्य रहते है। प्रबन्ध निदेशक मध्यांचल द्वारा इस सम्बन्ध में उपभोक्ताओं की सुविधा का विशेश ध्यान रखते हुए 1912 सेन्टर का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है तथा अधिकारियों को शिकायतों के तत्काल निस्तारण हेतु आदेशित किया गया है।
- प्रत्येक मंगलवार को प्रबन्ध निदेशक द्वारा एवं प्रत्येक सोमवार को खण्डीय एवं मण्डील कार्यालयों में सम्भव योजना के अन्तर्गत जन सुनवाई शिविरों में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं की शिकायतों का अनुश्रवण एवं निस्तारण किया जा रहा है। विगत सोमवार को खण्ड/मण्डल स्तर पर तथा मंगलवार को डिस्काम स्तर पर लगे शिविर में विद्युत उपभोक्ताओं ने बडे़ उत्साह से भाग लिया तथा निगम के अधिकारियों द्वारा उनकी समस्याओं को तत्परता से सुन कर अधिकतर समस्याओं का तत्काल निराकरण करने का प्रयास किया गया।
- लखनऊ को विद्युत व्यवस्था के मानको के अनुरूप आदर्श बनाने के क्रम में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली के तारों को अन्डर ग्राउन्ड करने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है एवं रिवैम्पड योजना में भी यह कार्य करना प्रस्तावित है। वर्तमान में लखनऊ के विद्युत चोरी बाहुल्य क्षेत्रों में यह कार्य प्रमुखता से किया जा रहा है। जिससे की निगम को विद्युत चोरी रोकने में मदद मिल सके एवं विभाग के ईमानदार उपभोक्ता को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। जिसके लिए मध्यांचल कटिबद्ध है।
- आंधी तूफान जैसी दैवीय आपदा से निपटने के लिए विभाग में व्यापक पैमाने पर तैयारी की जा रही इससे हमेशा सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले क्षेत्र लखीमपुर, सीतापुर, उन्नाव एवं लखनऊ के क्षेत्र विशेष को बेहतर बनाने का कार्य किया जा रहा है।