
देहरादून के विकासनगर में लाखामंडल निवासी बूटाराम गौड़ के परिवार पर मंगलवार का दिन कहर बनकर टूटा। एक ही झटके में उनका भरा-पूरा परिवार तिनके की तरह बिखर गया। उनके परिवार के पांच सदस्य एक साथ काल के मुंह में समा गए।
जिस समय कार हादसे का शिकार हुई उस समय बूटाराम अपने छोटे भाई विनोद के साथ आगे चल रही एंबुलेंस में सवार थे। वह विनोद की पत्नी के शव को लेकर परिवार के अन्य सदस्यों साथ गांव जा रहे थे। एक दिन पूर्व ही विनोद की पत्नी की बीमारी के कारण मौत हो गई थी।
दिल्ली-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर एंबुलेंस सिलासू बैंड को पार कर आगे निकल गई जबकि कार पीछे छूट गई। कुछ दूर चलने के बाद जब एंबुलेंस के पीछे चल रही कार नजर नहीं आई तो उन्होंने ड्राइवर से एंबुलेंस को बैक लेने के लिए बोला।
सिलासू बैंड के पास पहुंचने पर उन्हें वाहन खाई में गिरा दिखा। उन्होंने खाई में नीचे उतर कर देखा तो परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो चुकी थी। हादसे में गंभीर रूप से घायल बबीता और अंकुश को उपचार के लिए देहरादून जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत से पूरे लाखामंडल गांव में मातम पसर गया है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। चुनावी तैयारियों में लगे लोगों ने भी सारी तैयारियां छोड़ दी। हादसे के बाद से पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। हादसे के बाद कई घरों में चूल्हा तक नहीं जला।
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