“एक दिन PoK खुद कहेगा,…..”: राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को दिया रियलिटी चेक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में मोरक्को में भारतीय समुदाय से बात करते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को लेकर एक स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी आक्रामक कदम के बिना PoK पर नियंत्रण हासिल कर लेगा, क्योंकि वहां के लोग मौजूदा सरकार से आजादी चाहते हैं और अंततः PoK खुद ही भारत का हिस्सा बन जाएगा।

 PoK पर नियंत्रण: भारत की नीति

  • राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि भारत को PoK पर कब्जा करने के लिए सैनिक हमले की जरूरत नहीं है।
  • उनका कहना था कि PoK के लोग मौजूदा सरकार से असंतुष्ट हैं और भारतीय प्रशासन का स्वागत करेंगे।
  • उन्होंने कहा, “PoK खुद कहेगा, मैं भी भारत हूं। वह दिन भी आएगा।”

यह बयान पाकिस्तान के लिए एक बड़ा राजनीतिक और मानसिक झटका है, क्योंकि यह स्पष्ट करता है कि भारत का दृष्टिकोण सावधानी और रणनीति पर आधारित है।

 पिछली घोषणाओं का हवाला

  • राजनाथ सिंह ने याद दिलाया कि पांच साल पहले उन्होंने कश्मीर घाटी में भारतीय सेना को संबोधित करते हुए यही विचार व्यक्त किया था।
  • उन्होंने दोहराया कि PoK पहले से ही भारत का हिस्सा है और किसी युद्ध या आक्रामक कदम की आवश्यकता नहीं है।

 ट्रंप के टैरिफ पर भारत की प्रतिक्रिया

  • इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने अमेरिका द्वारा भारतीय आयातों पर लगाए गए 50% टैरिफ पर भारत की प्रतिक्रिया न देने का कारण भी बताया।
  • उनका कहना था कि भारत की सोच व्यापक और रणनीतिक है, इसलिए कोई भी प्रतिक्रिया तुरंत नहीं दी जाती।
  • यह स्पष्ट करता है कि भारत केवल संवेदनशील मुद्दों पर गहन विचार और रणनीति के बाद ही निर्णय लेता है।

मोरक्को यात्रा और भारतीय रक्षा का विस्तार

  • राजनाथ सिंह इस समय दो दिवसीय मोरक्को यात्रा पर हैं।
  • उन्होंने रेचिड में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म के विनिर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया।
  • यह किसी भारतीय रक्षा मंत्री की मोरक्को यात्रा में पहली बार है।

 राजनीतिक और रणनीतिक महत्व

  • राजनाथ सिंह का बयान केवल PoK पर नियंत्रण को लेकर नहीं था, बल्कि यह भारत की विदेश नीति और रणनीति का भी संकेत देता है।
  • यह संदेश पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय समुदाय दोनों के लिए है कि भारत आक्रामक कदम के बिना भी अपने अधिकार और प्रभुत्व की रक्षा कर सकता है।
  • साथ ही यह बयान विपक्षी आलोचनाओं के बीच आया, जिसमें आरोप लगाए गए थे कि केंद्र सरकार ने PoK पर कार्रवाई का मौका गंवा दिया।

निष्कर्ष

राजनाथ सिंह का यह बयान दिखाता है कि भारत धैर्य, रणनीति और व्यापक दृष्टिकोण के साथ PoK को अपने अधिकार क्षेत्र में वापस लाने की योजना बना रहा है। साथ ही, यह पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी भी देता है कि PoK भारतीय नज़रों में हमेशा से ही एक अभिन्न हिस्सा रहा है।