वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज से मिले एल्विश यादव, बोले—अब हर दिन लूंगा ‘राधा’ का नाम

वृंदावन में भक्ति भरा दिन:
सोशल मीडिया स्टार और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव इन दिनों किसी विवाद या शो की वजह से नहीं, बल्कि अपनी आध्यात्मिक यात्रा के कारण चर्चा में हैं। एल्विश हाल ही में वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज से मिलने पहुंचे, जहां उन्होंने उनके चरणों में नतमस्तक होकर आशीर्वाद लिया। इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और उनके प्रशंसक इसे “एल्विश का नया अध्यात्मिक रूप” बता रहे हैं।

🙏 महाराज के चरणों में भावुक एल्विश

आश्रम में पहुंचते ही एल्विश महाराज के सामने पूरी विनम्रता के साथ बैठ गए।
उन्होंने प्रेमानंद जी से उनका हालचाल पूछा—“महाराज आपकी तबीयत कैसी है?”
इस पर महाराज मुस्कुराते हुए बोले—

“शरीर कितना भी संभाल लो बेटा, जाना तो सबको ही है।”

इस जवाब पर एल्विश की आंखें नम हो गईं। उन्होंने कहा कि वह अब अपने जीवन में संतों के बताए मार्ग पर चलना चाहते हैं।

🕉️ प्रेमानंद जी की सीख: “राधा नाम से जीवन में स्थिरता आती है”

मुलाकात के दौरान महाराज ने एल्विश से पूछा,

“क्या तुम भगवान का नाम जपते हो?”

एल्विश ने हंसकर ‘नहीं’ कहा। तब महाराज ने प्रेम से समझाया—

“आज जो सफलता तुम्हें मिली है, वो पिछले जन्म के अच्छे कर्मों का फल है।
लेकिन आज के कर्मों का क्या? भगवान का नाम लोगे तो जीवन में स्थिरता और शांति आएगी।”

इसके बाद उन्होंने एल्विश को सलाह दी कि वे रोज एक अंगूठी पहनें और 10,000 बार ‘राधा’ नाम जपें।
एल्विश ने बिना झिझक यह व्रत स्वीकार कर लिया।

💫 गुरु की बात से जागी जिम्मेदारी प्रेमानंद जी ने आगे कहा—

“अगर तुम हाथ में शराब लेकर वीडियो बनाओगे, तो लाखों युवा वही सीखेंगे।
लेकिन अगर तुम भक्ति करोगे, तो वही लोग ‘राधा नाम’ जपना शुरू करेंगे।”

महाराज की इस बात ने एल्विश को झकझोर दिया। उन्होंने कहा—

“अब से मैं अपनी छवि और कर्मों का ध्यान रखूंगा ताकि मेरे फॉलोअर्स सही दिशा में प्रेरित हों।”

🩺 महाराज की सेहत और अटूट भक्ति

बातचीत के दौरान प्रेमानंद जी ने अपनी तबीयत के बारे में बताया—

“मेरी दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं,
लेकिन भगवान की कृपा से अभी भी भक्तों से मिल पा रहा हूं।”

उनकी यह विनम्रता सुनकर एल्विश और वहां मौजूद सभी भक्त भावुक हो उठे।
महाराज की आस्था और दृढ़ता ने सभी को भक्ति की नई प्रेरणा दी।

🌼 नतीजा:

एल्विश यादव की यह मुलाकात सिर्फ एक साधु-संत से नहीं, बल्कि आध्यात्मिक जागृति की शुरुआत साबित हो रही है।
उनके इस नए रूप ने सोशल मीडिया पर एक संदेश दिया है—
“भक्ति और विनम्रता से बड़ी कोई सफलता नहीं।”