उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ज़िले में एक दलित नाबालिग लड़की के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपियों ने न सिर्फ लड़की का अपहरण किया, बल्कि उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उससे निकाह भी किया। इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश फैला दिया है।
📅 घटना की शुरुआत — 5 अक्टूबर को हुआ अपहरण
पुलिस के अनुसार, यह घटना 5 अक्टूबर 2025 की है। लड़की के भाई ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी नाबालिग बहन को पड़ोसी गांव के युवक तालिब (25) ने अपने दोस्त शादाब (23) की मदद से अपहरण कर लिया।
परिवार ने पहले खुद उसे खोजने की कोशिश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो थाने में मामला दर्ज कराया गया।
🚨 लड़की को जबलपुर ले जाकर कराया गया धर्म परिवर्तन
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी तालिब और शादाब लड़की को मध्य प्रदेश के जबलपुर लेकर गए थे। वहीं पर उन्होंने लड़की पर धार्मिक रूप से धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया।
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की को झांसा देकर और धमकाकर इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद आरोपियों ने निकाह के नाम पर जबरन शादी कर दी।
😢 बंधक बनाकर किया गया शारीरिक शोषण
पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि उसे कई दिनों तक एक कमरे में बंधक बनाकर रखा गया और उसके साथ शारीरिक शोषण किया गया।
पुलिस ने बताया कि लड़की बेहद डरी-सहमी हालत में मिली थी। उसे 26 अक्टूबर को जबलपुर से बरामद कर सुरक्षित मुजफ्फरनगर लाया गया।
👮♂️ दोनों आरोपी गिरफ्तार — गंभीर धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मंगलवार को दोनों आरोपियों — तालिब और शादाब — को बुढ़ाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।
सर्किल ऑफिसर (बुढ़ाना) गजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि आरोपियों पर कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- भारतीय न्याय संहिता (BNS) की अपहरण, बलात्कार और धोखाधड़ी संबंधी धाराएँ
- पॉक्सो अधिनियम (POCSO Act) की धारा 3 और 4 (नाबालिग से यौन अपराध)
- अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989
- उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021
🧾 जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने बताया कि यह जांच की जा रही है कि क्या इस अपराध में और भी लोग शामिल थे या किसी संगठन का हाथ था।
साथ ही, लड़की का चिकित्सीय परीक्षण करवाया गया है और बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
🗣️ समाज में बढ़ा आक्रोश
घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है। सामाजिक संगठनों ने सरकार से मांग की है कि ऐसे मामलों में फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर कठोर सज़ा दी जाए।
लोगों का कहना है कि लगातार इस तरह के धर्म परिवर्तन और नाबालिगों के साथ अपराध के मामले समाज के लिए गंभीर खतरा बनते जा रहे हैं।
⚖️ सरकार और प्रशासन पर निगाहें
अब देखना होगा कि इस मामले में प्रशासन कितनी तेजी से न्याय दिलाता है। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है और केस की जांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में जारी है।
