भारत के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) की बहुप्रतीक्षित पब्लिक लिस्टिंग को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। NSE के MD और CEO आशीष कुमार चौहान ने CNBC-TV18 से बातचीत में कहा कि SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) से मंजूरी मिलने के बाद अगले 8-9 महीनों में IPO लाया जा सकता है।
SEBI की मंजूरी के बाद तय होगा टाइमलाइन
आशीष चौहान ने कहा:
- “जिस दिन हमें सेबी से NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) मिलेगा, उसके बाद 8-9 महीनों में लिस्टिंग हो सकती है।”
- NSE पहले से ही 1.72 लाख शेयरहोल्डर्स के साथ व्यापक रूप से शेयरहोल्डर्स में बंटा हुआ है।
- “हम 100% पब्लिक हैं।”
भारत की फाइनेंशियल सिस्टम में NSE की भूमिका
- NSE को देश का पहला और सबसे बड़ा फिनटेक बताया गया।
- पूंजी बाजार को भारत जैसे विकासशील देश में मजबूत करने का श्रेय भी NSE को जाता है।
- चौहान के अनुसार, भारत का कॉरपोरेट गवर्नेंस ढांचा निवेशकों के लिए लगातार बेहतर रिटर्न सुनिश्चित करता है।
- तुलना में चीन जैसे बाजारों में निवेशकों को यह लाभ नहीं मिला।
NSE की तकनीकी मजबूती
- NSE के पास मुंबई और चेन्नई में विशाल नेशनल ऑपरेशंस सेंटर्स हैं।
- ये सेंटर रोजाना के ट्रेडिंग से लेकर डिजास्टर रिकवरी और साइबरसिक्योरिटी तक की जिम्मेदारी संभालते हैं।
- चौहान ने इसे देश का “डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर” बताया, जिसे बिना रुकावट चलते रहना चाहिए।
IPO का महत्व
- NSE का IPO भारत के कैपिटल मार्केट इतिहास का सबसे बड़ा इश्यू साबित हो सकता है।
- यह लिस्टिंग न केवल निवेशकों को बड़े मौके देगी, बल्कि भारतीय वित्तीय प्रणाली को भी वैश्विक स्तर पर मजबूत करेगी।