उत्तर प्रदेश के उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में एक महिला के साथ उसके पति द्वारा अमानवीय अत्याचार का मामला सामने आया है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। पीड़ित महिला पर आरोप है कि उसके पति ने पहले उसे तेजाब पिलाने की कोशिश की, और जब महिला ने विरोध किया तो उसने एसिड फेंककर जलाने का प्रयास किया।
घटना की जानकारी
पीड़ित महिला के परिजनों ने कोतवाली में तहरीर देकर मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। परिजनों ने बताया कि बीते मंगलवार को आरोपी पति ने अपनी पत्नी को तेजाब पिलाने की कोशिश की। महिला ने इसका विरोध किया, तो आरोपी ने एसिड फेंकने की घिनौनी कोशिश की।
महिला को गंभीर हालत में तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ तहरीर मिल चुकी है और जांच जारी है।
शादी को हो चुके 18 साल
महिला और आरोपी पति की शादी को लगभग 18 साल हो चुके हैं। परिजन इस घटना को लेकर बेहद आहत और चिंतित हैं। उनका कहना है कि आरोपी पति की यह हरकत पूर्णत: निंदनीय और घातक है। उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया है कि आरोपी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए और महिला की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
उधमसिंह नगर में झोलाछाप डॉक्टर का मामला: इलाज में मौत
इसी जिले में एक और गंभीर मामला सामने आया है। यहाँ झोलाछाप डॉक्टर की गलत दवा के कारण एक युवक की मौत हुई।
मंगल सेन ने पुलिस को तहरीर दी कि उनके पुत्र महेश पाल को पेट में दर्द होने पर झोलाछाप चरन सिंह के पास इलाज के लिए ले जाया गया था। झोलाछाप द्वारा दी गई गलत दवा के कारण महेश पाल की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया था और वह तब से वांछित था।
पुलिस ने बुधवार को आरोपी झोलाछाप चरन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
निष्कर्ष
उधमसिंह नगर में सामने आए दोनों ही मामले मानवता के लिए चिंताजनक हैं। एक ओर पति की हैवानियत ने महिला की जान को खतरे में डाल दिया, वहीं दूसरी ओर झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने एक युवक की जान ले ली।
पुलिस की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई इन घटनाओं के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम हैं। इलाके में लोगों ने सुरक्षा और न्याय की मांग तेज कर दी है।