राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का संकट लगातार गहराता जा रहा है। शुक्रवार को भी लोगों को प्रदूषण से कोई राहत नहीं मिली और हालात बेहद गंभीर बने रहे। दिल्ली के 12 इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से ऊपर दर्ज किया गया, जो सीधे तौर पर ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले दिनों में भी स्थिति में सुधार के कोई स्पष्ट संकेत नहीं हैं।
🌫️ दिल्ली की हवा क्यों बनी हुई है जहरीली?
मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां प्रदूषण को और बढ़ा रही हैं।
- घना कोहरा
- हवा की बेहद कम रफ्तार
- बादलों से ढका आसमान
इन वजहों से प्रदूषक कण हवा में ही फंसे हुए हैं और फैल नहीं पा रहे। यही कारण है कि राजधानी की हवा लगातार जहरीली बनी हुई है। अधिकारियों का अनुमान है कि रविवार को हालात ‘गंभीर’ स्तर तक और बिगड़ सकते हैं।
📊 AQI की मौजूदा स्थिति
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार:
- शुक्रवार को दिल्ली का औसत AQI 374 दर्ज किया गया
- यह स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है
- गुरुवार को भी AQI 373 था, यानी हालात लगभग जस के तस बने हुए हैं
दिल्ली में मौजूद 40 मॉनिटरिंग स्टेशनों में से:
- 12 स्टेशनों पर AQI ‘गंभीर’
- 28 स्टेशनों पर AQI ‘बहुत खराब’ दर्ज किया गया
सबसे ज्यादा प्रदूषण आनंद विहार क्षेत्र में रिकॉर्ड किया गया, जहां AQI 430 तक पहुंच गया।
🏭🚗 प्रदूषण के बड़े कारण क्या हैं?
IITM पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के अनुसार, दिल्ली के प्रदूषण में अलग-अलग स्रोतों का योगदान इस प्रकार है:
- 🚗 परिवहन (वाहन) – 15.9%
- 🏭 उद्योग – 7.9%
- 🏠 घरेलू स्रोत – 3.8%
- 🏗️ निर्माण कार्य – 2.1%
- 🔥 कचरा जलाना – 1.3%
- 🛣️ सड़क की धूल – 1.1%
इसके अलावा, एनसीआर के जिलों से आने वाला प्रदूषण भी दिल्ली की हवा को और खराब कर रहा है। इनमें:
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झज्जर – 16.6%
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रोहतक – 5.5%
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भिवानी – 3.6%
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सोनीपत – 2%
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गुरुग्राम – 1.8% योगदान दर्ज किया गया है।
📍 ये हैं दिल्ली के सबसे प्रदूषित इलाके (AQI 400+)
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आनंद विहार – 403
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करणी सिंह शूटिंग रेंज – 405
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ITO – 421
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जहांगीरपुरी – 400
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नेहरू नगर – 415
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ओखला – 405
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पटपड़गंज – 409
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पंजाबी बाग – 410
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आरके पुरम – 417
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सिरी फोर्ट – 417
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विवेक विहार – 423
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वज़ीरपुर – 402
⚠️ आगे क्या?
एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के मुताबिक:
- शनिवार तक हवा ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहेगी
- रविवार को यह ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच सकती है
बारिश या तेज हवाओं की कोई संभावना न होने के कारण फिलहाल प्रदूषण के छंटने की उम्मीद बेहद कम है।
🔍 निष्कर्ष
दिल्ली की हवा इस समय स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक स्थिति में है। बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। जब तक मौसम में बदलाव नहीं होता, तब तक राजधानी के लोगों को इस दमघोंटू हवा से राहत मिलना मुश्किल नजर आ रहा है।
