कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों और बिहार में चल रही स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया को लेकर चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर अपने हमले और भी तेज कर दिए हैं। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अब इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाने के लिए एक न्यूजलेटर लॉन्च किया है।
राहुल गांधी का आरोप: ‘लोकतंत्र पर हमला’
राहुल गांधी ने हाल ही में अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में वोट चोरी को लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया था। उन्होंने कहा था कि “वोट चोरी एक एटम बम है, जो संविधान और जनता के अधिकारों को उड़ाने का काम कर रही है।” इसी लाइन पर कांग्रेस ने अब न्यूजलेटर लॉन्च कर इस मुद्दे को लगातार उठाने की रणनीति बनाई है।
न्यूजलेटर का मकसद
- यह न्यूजलेटर राहुल गांधी की हालिया ‘एटम बम’ प्रेस कॉन्फ्रेंस और उनकी ‘वोट अधिकार यात्रा’ पर केंद्रित है।
- न्यूजलेटर के जरिए कांग्रेस जनता को बताना चाहती है कि कैसे फर्जी वोटिंग, नामों की डिलीशन और प्रशासनिक मिलीभगत के जरिए जनता के अधिकार छीने जा रहे हैं।
- पार्टी का दावा है कि इस न्यूजलेटर के माध्यम से “सत्य” जनता तक सीधे पहुंचेगा और बीजेपी की साजिशों को उजागर किया जाएगा।
बिहार पर खास फोकस
कांग्रेस ने विशेष रूप से बिहार का जिक्र किया है, जहां इस समय स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन प्रक्रिया चल रही है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि बड़ी संख्या में दलित, गरीब और विपक्ष समर्थक मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे हैं।
खड़गे का बयान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह न्यूजलेटर लोकतंत्र बचाने की लड़ाई का हिस्सा है।
👉 “चुनाव आयोग को संविधान की शपथ याद करनी चाहिए। वोटर लिस्ट से नाम हटाना या वोट चोरी करना लोकतंत्र की हत्या है। हम इसे जनता के सामने उजागर करेंगे।”
BJP और EC पर दोहरा हमला
- कांग्रेस ने सीधे तौर पर भाजपा पर वोट चोरी के पीछे होने का आरोप लगाया।
- साथ ही, चुनाव आयोग (EC) पर भी सवाल खड़े किए कि वह निष्पक्ष भूमिका निभाने में विफल है।
चुनावी रणनीति का हिस्सा
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि न्यूजलेटर लॉन्च करना कांग्रेस की नई चुनावी रणनीति का हिस्सा है। राहुल गांधी और कांग्रेस अब सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लगातार “वोट अधिकार” को मुद्दा बनाकर माहौल बनाना चाह रहे हैं।