दिल्ली पुलिस ने बवाली बाबा चैतन्यानंद सरस्वती को छात्राओं से छेड़छाड़ और जालसाजी के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। मगर जेल में पहुंचते ही आरोपी बाबा ने कुछ खास डिमांड रखी हैं, जिनसे नया विवाद खड़ा हो गया है।
बाबा की डिमांड
- साधु वेष धारण करने की अनुमति दी जाए।
- जेल में उन्हें सात्विक भोजन उपलब्ध कराया जाए।
- अपनी दवाइयाँ रखने की इजाजत दी जाए।
इस पर अदालत ने पुलिस से जवाब मांगा है।
क्या हैं आरोप?
- दिल्ली के एक निजी मैनेजमेंट और रिसर्च इंस्टिट्यूट की 17 छात्राओं ने उन पर छेड़छाड़ और दबाव बनाने का आरोप लगाया।
- आरोप है कि चैतन्यानंद छात्राओं को देर रात अपने क्वॉर्टर बुलाते थे और अनुचित मैसेज भेजते थे।
- सीसीटीवी ऐप के जरिए छात्राओं की निगरानी करते थे।
- पुलिस ने उनसे जुड़े 8 करोड़ रुपये की रकम जब्त की है, जो बैंक खातों और फिक्स्ड डिपॉजिट में पाई गई।
जालसाजी का खुलासा
- कई बैंक खातों को अलग-अलग नाम और फर्जी दस्तावेजों से संचालित किया।
- एफआईआर दर्ज होने के बाद 50 लाख रुपये से अधिक की रकम निकाली।
- नकली विजिटिंग कार्ड मिले, जिन पर संयुक्त राष्ट्र (UN) और ब्रिक्स से जुड़ाव दिखाया गया था।
गिरफ्तारी और कार्रवाई
- 62 वर्षीय चैतन्यानंद को 28 सितंबर को आगरा से गिरफ्तार किया गया था।
- पुलिस ने अदालत से सीजर मेमो और केस डायरी उपलब्ध कराने का आदेश भी दिलवाया।
- अब अगली सुनवाई में तय होगा कि जेल में उनकी डिमांड मान्य होगी या नहीं।
