भारतीय डाक विभाग अब पारंपरिक छवि से बाहर निकलकर युवाओं को जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में Gen-Z थीम आधारित पोस्ट ऑफिस खोले जाएंगे। पहले चरण में ये विशेष डाकघर IIM लखनऊ, लखनऊ विश्वविद्यालय, यूपी सैनिक स्कूल और सरोजनीनगर में शुरू किए जाएंगे। इसकी शुरुआत 19 दिसंबर को IIM लखनऊ से होगी।
इस पहल का मकसद डाकघरों को सिर्फ चिट्ठी-डाक तक सीमित न रखकर उन्हें आधुनिक, तकनीक-सक्षम और युवा-केंद्रित सेवा केंद्र के रूप में विकसित करना है। इससे छात्र-छात्राओं और आम लोगों को एक ही जगह कई जरूरी सुविधाएं मिल सकेंगी।
क्या है Gen-Z पोस्ट ऑफिस की खासियत?
Gen-Z पोस्ट ऑफिस को खास तौर पर युवाओं की जरूरतों और सोच को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। यहां पारंपरिक डाक सेवाओं के साथ-साथ आधुनिक सुविधाएं भी मिलेंगी, जिनमें शामिल हैं—
- 📶 फ्री वाई-फाई सुविधा
- ☕ कैफेटेरिया और मिनी लाइब्रेरी
- 📦 पार्सल और पैकेजिंग सेवाएं
- 💳 QR कोड आधारित डिजिटल पेमेंट
- 🏦 डाकघर बचत योजनाएं और डाक जीवन बीमा
- 💰 इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की सेवाएं
- 🆔 आधार पंजीकरण, अपडेट और संशोधन की सुविधा
- 📮 फिलेटली (डाक टिकट संग्रह) और ज्ञान पोस्ट
छात्रों को होगा सबसे ज्यादा फायदा
मुख्यालय परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल सुनील कुमार राय के अनुसार, Gen-Z पोस्ट ऑफिस युवाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं, लेकिन इनका लाभ आम जनता भी उठा सकेगी। शिक्षा संस्थानों में आधार पंजीकरण और अपडेट की सुविधा मिलने से छात्रों को अब दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
राष्ट्रीय स्तर पर चल रही पहल
देश का पहला Gen-Z पोस्ट ऑफिस हाल ही में IIT दिल्ली में शुरू किया गया था। लखनऊ में इसका विस्तार इसी राष्ट्रीय पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य डाकघरों को नए दौर की जरूरतों के अनुरूप बदलना है।
डाक विभाग की नई पहचान
Gen-Z पोस्ट ऑफिस के जरिए भारतीय डाक विभाग खुद को एक बार फिर प्रासंगिक और आधुनिक बनाने की कोशिश कर रहा है। यह पहल न सिर्फ डाक सेवाओं को आसान बनाएगी, बल्कि युवाओं को सरकारी सेवाओं से जोड़ने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
