Sunday, 20 November 2016 04:07AM
AP DESK
मध्य प्रदेश में बैंक से कैश नहीं मिलने की वजह से एक लड़की की शादी नहीं हो पा रही है। हालात यहां तक बने हुए हैं कि शादी टूटने की कगार तक पहुंच गई है। घर में लड़की और उसके माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है।
मामला छतरपुर जिले के मजोटा गांव की है। गोविन्द दास तिवारी की बेटी भावना की शादी सौरभ से 2 दिन बाद 21 नवम्बर को होनी है। शादी की सारी तैयारियां हो चुकी हैं। मेहमान भी घर आ चुके हैं। लेकिन बैंक से पैसे नहीं मिलने की वजह से घर वाले काफी परेशान हैं। पेशे से किशान गोविन्द दास तिवारी ने बेटी की शादी के लिए ढाई लाख रुपए जोड़कर बैंक में जमा कराए थे। लेकिन दास जब पैसा निकालने बैंक पहुंचे तो बैंक मैनेजर ने इतनी बढ़ी रकम देने से मना कर दिया।
मध्यांचल ग्रामीण बैंक के मैनेजर के.सी. अग्रवाल का कहना है कि गोविन्द दास के 2,44,731 रुपए हमारे बैंक में जमा हैं। लेकिन नोटबंदी के चलते हम महज और अधिकतम 20,000 (बीस हजार) ही दे सकते हैं। गोविंद 2,40,000 (दो लाख चालीस हजार) रुपये मांग रहे हैं जो कि हम नहीं दे सकते।’ साथ ही मैनेजर ने बताया कि इस तरह का कोई नियम या आदेश हमारे पास नहीं है, जिसके तहत शादी के लिए कोई पिता ढाई लाख रुपए तक नहीं निकाल सकता है। जो भी है सब अफवाह है लिखित में कोई आदेश नहीं है। जब जिला कलेक्टर रमेश भंडारी से फोन से संपर्क किया गया तो उन्होंने मुख्यालय से बाहर होने की बात कही।
भावना ने बताया, ‘पापा ने मेरी शादी के लिए पैसे जमा किए थे, लेकिन बैंक से वो मिल नहीं रहे। पापा रोजाना बैंक जाते हैं, लेकिन खाली हाथ लौट आते हैं। घर में मम्म-पापा सब परेशान हैं। शादी के लिए जो रुपए जमा किए गए थे, वो तो मिलने चाहिए। पापा ने बड़ी मेहनत करके 2.40 हजार रुपए बैंक में जमा किए थे। बैंक वाले बोल रहे हैं कि इतने बड़ी रकम बैंक से निकालने का कोई नियम नहीं है। मेहमान आ चुके हैं। दो दिन बाद शादी है। सामान खरीदना है। पैसे के बिना कुछ नहीं हो सकता।’