परिषदीय विद्यालयों में अभी भी लागू टाइम एंड मोशन व्यवस्था समाप्त करने की मांग, प्रमुख सचिव को लिखा पत्र

लखनऊ । उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ न ने राज्य सरकार से कोरोना काल में परिषदीय विद्यालयों में लागू टाइम एंड मोशन व्यवस्था को समाप्त करने की मांग की है। संघ ने इस संबंध में प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा को एक पत्र लिखा है।

संघ के प्रांतीय महामंत्री अरुणेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि अन्य शैक्षणिक संस्थानों ने अपना संचालन समय बदलकर पहले जैसा कर लिया है, लेकिन परिषदीय विद्यालयों में अभी भी टाइम एंड मोशन व्यवस्था लागू है। उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकाल में विद्यालय सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलते हैं, जबकि पहले यह सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक था।

शिक्षकों ने यह भी कहा कि टाइम एंड मोशन के तहत, उन्हें अगले दिन की शिक्षण योजना तैयार करने के लिए शिक्षण कार्य के बाद 30 मिनट तक विद्यालय में रोका जाता है, जो अव्यावहारिक और सुरक्षा की दृष्टि से उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि यह काम शिक्षकों द्वारा घर पर किया जाता है।

टाइम एंड मोशन व्यवस्था क्या है:
कोरोना काल में, जबसभी शैक्षणिक संस्थान बंद थे, तो बच्चों में सीखने की कमी आ गई थी। इस कमी को दूर करने के लिए, राज्य सरकार ने टाइम एंड मोशन व्यवस्था लागू की। इस व्यवस्था के तहत, विद्यालयों के संचालन समय और शिक्षण अवधि में वृद्धि की गई।