प्लेन में सब जल जाता है… मगर 1000°C तापमान की आग में कैसे बच जाता है ब्लैक बॉक्स अहमदाबादा प्लेन क्रैश कैसे हुआ ?

प्लेन के कॉकपिट में क्या-क्या हुआ? अहमदाबादा टू लंदन फ्लाइट AI171 का ब्लैक बॉक्स और DVR की जांच के बाद ऐसे कई सवालों के जवाब मिल सकते हैं. दुखद दुर्घटना के बाद ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है. एआई-171 विमान का ब्लैक बॉक्स बीजे मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की छत पर मिला, जहां बोइंग 787 ड्रीमलाइनर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.

ब्लैक बॉक्स और DVR एअर इंडिया बोइंग 787 ड्रीमलाइनर दुर्घटना की जांच करने में महत्वपूर्ण है, जहां विमान 1000 डिग्री सेल्सियस की आग में जल गया था. फ्लाइट रिकॉर्डर, जिसे आमतौर पर ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, विमान हादसों की जांच के लिए एक महत्वपूर्ण गैजेट है. यह तकनीक 1930 के दशक में फ्रांसीसी इंजीनियर फ्रांस्वा हुसैनो ने शुरू की थी, जब उन्होंने फोटोग्राफिक फिल्म पर विमान के दस पैरामीटर्स को रिकॉर्ड करने वाला एक इक्विपमेंट बनाया. तब से लेकर आज तक, ब्लैक बॉक्स की तकनीक में लगातार सुधार हुआ है.

ऑरेंज रंग का होता है, फिर ब्लैक बॉक्स क्यों कहते हैं?
शुरुआत में इसे “ब्लैक बॉक्स” इसलिए कहा गया क्योंकि यह एक प्रकाश-रोधी डिब्बे में था, लेकिन इसका रंग हमेशा ऑरेंज (नारंगी) रहा, ताकि हादसे के बाद इसे आसानी से ढूंढा जा सके. आज के ब्लैक बॉक्स ठोस अवस्था वाली मेमोरी चिप्स का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें कोई हिलने-डुलने वाला हिस्सा नहीं होता, जिससे हादसे में टूटने का खतरा कम होता है.

Click to Un-Mute
WhatsApp icon
+919335693356
Contact us!
Phone icon
+919335693356